तुलसी जयंती आज,उनकी चौपाइयों में छिपा जीवन का हर समाधान, जपते ही बन जाते है बिगड़े काम

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चंडीगढ (आज़ाद वार्ता)

सनातन परंपरा में गोस्वामी तुलसीदास जी को भक्तिकाल की सगुण धारा का कवि माना जाता है, जिन्होंने भगवान राम के गुणों का बखान करने वाली श्री रामचरितमानस की अद्वितीय रचना की है. हिंदू धर्म में तुलसीदास जी द्वारा रचित मानस को सबसे पवित्र ग्रंथ के रूप में माना और पूजा जाता है.
गोस्वामी तुलसीदास जी ने मानस के जरिए न सिर्फ भगवान राम की महिमा का गान किया है बल्कि उनके अनन्य भक्त होने के साथ समाज को सही दिशा दिखाने का भी काम किया है.

गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित मानस में लिखी हर चौपाई अपने आप में महामंत्र है जो जीवन से जुड़े सभी दुख, कष्ट, भय आदि को दूर करते हुए व्यक्ति को सुख-संंपत्ति और सौभाग्य का वरदान दिलाती है. आइए जीवन से जुड़ी किसी भी परेशानी से उबारने और मनोकामनाओं को पूरा करने वाली तुलसीदास जी की चमत्कारी चौपाइयों के बारे में विस्तार से जानते हैं.

सुख-संपत्ति दिलाने वाली रामचरितमानस की चौपाई

हिंदू मान्यता के अनुसार जो कोई व्यक्ति गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस की 8 चौपाइयों का रोजाना पाठ करता है, उसके जीवन में कभी भी दुख या दरिद्रता नहीं आती है. वहीं कोई यदि नीचे दी गई चौपाई का प्रतिदिन एक माला जप करता है उसे सभी धन-संपत्ति का वरदान प्राप्त होता है.

‘जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।

सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।

रोग से मुक्ति दिलाने वाली चौपाई

हिंदू मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रतिदिन रामायण की चौपाई क पाठ करता है, उसे आरोग्य और सौभाग्य दोनों की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि यदि व्यक्ति की कोई शारीरिक पीड़ा या बीमारी नहीं दूर हो रही हो या फिर उसे किए जा रहे इलाज का असर नहीं हो रहा हो तो व्यक्ति को भगवान राम की कृपा से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई चौपाई का प्रतिदिन तुलसी की माला से एक माला जप करना चाहिए।

सभी प्रकार के दुखों को दूर करने वाली चौपाई

भगवान राम की महिमा का यशगान करने वाली श्रीरामचरित मानस की यह चौपाई अत्यंत ही चमत्कारिक और सिद्ध चौपाई मानी जाती है. मान्यता है कि जो कोई व्यक्ति स्नान-ध्यान करने के बाद पवित्र मन से इस चौपाई का जाप करता है, उसके सारे दुख प्रभु श्री राम पलक झपकते दूर कर देते हैं और उसे जीवन के सभी सुख प्रदान करते हैं. मान्यता है कि इस चौपाई का पाठ करने वाले व्यकित के पास सपने में भी कोई दुख नहीं आता है.

राम भक्ति मणि उस बस जाके।
दुःख लवलेस न सपनेहु ताके।।

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