2024 में मोदी सरकार बनते ही गौ रक्षा बिल संसद में होगा पेश:विजय खुराना

1966 में हुए संतों का बलिदान कभी भुला नहीं पायेंगे गौभक्त:विजय खुराना
सात नवंबर को राष्ट्रीय गौधन महासंघ की विज्ञान भवन में राष्ट्रीय संगोष्ठी
नई दिल्ली, चंडीगढ़ (सचित गौतम)
सात नवंबर को विज्ञान भवन होने वाली राष्ट्रीय गौधन महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक सिरसा की लोकसभा सदस्य सुनीता दुग्गल के निवास स्थान पर हुई। इस बैठक में पंजाब,हरियाणा ,हिमाचल व नई दिल्ली के गौभक्त शामिल हुए। इस बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर पंजाब गौशाला महासंघ के अध्यक्ष शिंगारा सिंह बैंस व राजकुमार वशिष्ट मीढवां(वित्त मंत्री पंजाब गौशाला महासंघ) विशेष रूप से पहुंचे। इस बैठक में सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे।
गौ रक्षा बिल संसद में आएगा
इस बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय गौधन महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक विजय खुराना ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद संसद में गौरक्षा बिल पेश होगा। उन्होंने कहां जम्मू-कश्मीर में धारा 370,अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर, तीन तलाक़ , महिला आरक्षण के बाद अब संसद में गौरक्षा बिल पारित होगा।
सात नवंबर को होगी राष्ट्रीय संगोष्ठी
इस बैठक में सात नवंबर को विज्ञान भवन में होने वाली राष्ट्रीय गौधन महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी की रूपरेखा तैयार की गई व विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों से आए पदाधिकारियों व सदस्यों को जिम्मेदारीयां सौंपी गई। आप को बता दें की इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में देशभर से गौभक्त शामिल होगे।
ये होंगे राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व मार्गदर्शन
राष्ट्रीय गौधन महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक विजय खुराना ने बताया कि विज्ञान भवन दिल्ली में सात नवंबर को होनेवाली राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व मार्गदर्शन भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला सहित केन्द्र सरकार के अन्य मंत्री सांसद,विधायक,पार्षद, गौशालाओं के प्रतिदिन व बड़ी सख्या में गौभक्त शामिल होंगे। विजय खुराना ने बताया कि देश में गौवंश की स्थिति का विस्तार हुआ है उन्होंने कहा की 2006 तक देश मे 9500 गौशालाएं थी जिनमें नौ करोड़ गौवंश था जबकि 2022 तक बढकर 19.5 करोड़ हुआ है।उनके मुताबिक इस समय देश में 21000 गौशालाओं में 21 करोड़ गौवंश है।विजय खुराना के अनुसार केन्द्र में मोदी सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह संसद में गौरक्षा बिल लेकर आएगी। उन्होंने बताया कि सात नवंबर 1966 को हुए संतों के बलिदान को गौभक्त कभी भूल नहीं पायेंगे जिसमें उस समय की सरकार ने सैकड़ों गौभक्त संतों की हत्या करने के साथ 18 हजार गौभक्तों को तिहाड जेल में बंद किया था।गौभक्तों का ऐसा आंदोलन न कभी पहले हुआ था और न अब कभी होंगा। उन्होंने कहा कि मीट एक्सपोर्ट केन्द्र सरकार की मजबूरी हो सकती है,लेकिन सरकार को विचार करना होगा कि आज पूरी प्रकृति अस्थिर क्यों है,नदियों में बाढ़ क्यों?बाढ़ में गांव के गांव बह गए धार्मिक राजनीतिक अस्थिरता क्यो? यह आपदा गौमाता का ही श्राप हो सकता है।जहां गौमाता का रक्त गिरेगा वहां यह सब कुछ संभव है।
ये भी उपस्थित थे
इस बैठक में सिरसा से लोकसभा सदस्य सुनीता दुग्गल के अतिरिक्त विजय खुराना, सूर्य फाउडेंशन से गुजरात भवन सेक्रेटरी की पत्नी संगीता शुक्ला,डाॅ रूचि, रिलायंस के वाइस प्रेसिडेंट श्री घोष, डाॅ संजय माहेश्वरी, कल्पना पोपली,विवेक गौतम (पंजाब गौशाला महासंघ के महासचिव व मीडिया सलाहकार) राजकुमार वशिष्ट मीढवां (वित्त मंत्री पंजाब गौशाला महासंघ) शिंगारा सिंह बैंस (अध्यक्ष पंजाब गौशाला महासंघ) आकाश दीप सिंह ( युवा अध्यक्ष दोआबा पंजाब गौशाला) महासंघ संत मंगलदास पाण्डे (वृंदावन से आए राष्ट्रीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष) मोनिका अरोड़ा, बलदेव महाजन,ज्ञानेश्वर प्रकाश, चंदभान गुप्ता,सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष भूषण लाल परासर, सेवानिवृत डिप्टी सेक्रेटरी ईश्वर सिंह, संगीता, रवि प्रकाश, प्रकाश चौबे(उत्तर प्रदेश) हिन्दू महासभा से अमित खत्री, राजीव गुप्ता, रामजस ,डाॅ सुचिता (प्रोफेसर व वैज्ञानिक ) राज पुरोहित भरत सिंह (राजस्थान एनीमल बोर्ड के अध्यक्ष) अजय चावला (हरियाणा अंबाला) वीर मणि (मध्य प्रदेश से गौशाला अध्यक्ष)डा संजय माहेश्वरी(सतना मध्य प्रदेश)के.पी सिंह सहित दिल्ली व अन्य प्रदेशों से आए गौभक्त उपस्थित थे।