राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, पंचकूला ने मनाया आयुर्वेद दिवस 2025

कालका विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में रहीं शामिल
पंचकूला, 23 सितंबर 2025 (सचित गौतम)।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए), पंचकूला ने माननीय कुलपति प्रो. संजीव शर्मा के मार्गदर्शन में आयुर्वेद दिवस 2025 बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया। इस वर्ष का विषय “जन और पृथ्वी के लिए आयुर्वेद” रहा, जिसके माध्यम से दैनिक जीवन और पर्यावरण की भलाई में आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
आयोजित मुख्य कार्यक्रम में कालका विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस अवसर पर एनआईए पंचकूला के डीन प्रो. गुलाब पमनानी सहित संस्थान के कई गणमान्य सदस्य भी मौजूद थे। डीन प्रो. पमनानी ने अपने संबोधन में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार और इसके लाभों पर विस्तृत जानकारी दी। वहीं मुख्य अतिथि श्रीमती शर्मा ने मानव जीवन और प्रकृति के संतुलन में आयुर्वेद की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
समारोह के दौरान प्रथम वर्ष के व्यावसायिक छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। इसके साथ ही प्रश्नोत्तरी, रंगोली, पोस्टर मेकिंग और आयुर्वेदाव्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
मुख्य कार्यक्रम से पूर्व भी संस्थान द्वारा जागरूकता फैलाने हेतु विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
- 18 सितंबर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सकेतड़ी में डॉ. मीमांसा द्वारा जागरूकता व्याख्यान।
- 19 सितंबर को गोविंदपुरा सामुदायिक केंद्र में डॉ. दुष्यंत परमार और डॉ. सुनीता यादव के नेतृत्व में निःशुल्क चिकित्सा शिविर, जिसमें 131 नागरिक लाभान्वित हुए।
- डॉ. अश्वथी के निर्देशन में रंगोली और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताएँ।
- 20 सितंबर को मनीमाजरा कार मार्केट में आयुक्त श्री अमित कुमार की उपस्थिति में स्वच्छता अभियान।
गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय ने राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से 23 सितंबर को आयुर्वेद दिवस घोषित किया है। यह दिन शरद पूर्णिमा के साथ मनाया जाता है, जो मन, शरीर और प्रकृति के बीच संतुलन का प्रतीक माना जाता है।
आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य लोगों को आयुर्वेद के महत्व से अवगत कराना, दैनिक जीवन में इसके अभ्यासों को अपनाने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।