देवभूमि उत्तराखंड में शर्मशार हुई मानवता -ऋषभ पंत को तड़पता छोड़ रुपयों वाला बैग लेकर भागे, मदद के बदले बना रहे थे वीडियो,झपकी आने के कारण डिवाइडर से टकराई कार, कई बार पलटकर धू-धू जली
चंडीगढ, देहरादून 30 दिसम्बर 2022 (विवेक गौतम कोटला ,नवीन चन्द्र पोखरियाल)
देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में मानवता एक बार फिर शर्मशार हुई है। भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत शुक्रवार 30 दिसंबर 2022 की सुबह भीषण कार हादसे में घायल हो गए। कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि हादसे के बाद ऋषभ पंत की मदद करने के बदले कुछ लोग उनके पैसे लेकर भाग गए। कुछ वीडियो बनाने में मशगूल थे। जो फुटेज सामने आई है उससे भी पता चलता है कि सड़क के एक लेन में पंत की कार जल रही थी और दूसरे लेन से धड़ाधड़ गाड़ियाँ गुजर रहीं थी।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट में बताया गया है कि हादसे के बात ऋषभ पंत ने कार का दरवाजा खोल बाहर निकलने की खुद से कोशिश की। लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। उनकी मदद करने की जगह कुछ युवक उनका बैग लेकर भाग गए। बैग में पैसे थे।
अमर उजाला की रिपोर्ट में बताया गया है कि पंत के पास करीब तीन से चार लाख रुपए थे। हादसे के बाद पैसे सड़क पर बिखरे पड़े थे। लेकिन मदद करने की जगह कुछ लोग पैसे बटोरने और वीडियो बनाने में लगे थे। रिपोर्ट के अनुसार दो युवकों ने पंत को अस्पताल पहुँचाया।
आज तक की रिपोर्ट में बताया गया है कि पंत खुद कार चला रहे थे। झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ। डिवाइडर से टकराकर उनकी कार कई बार पलटी और उसमें आग लग गई।
भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत का नए साल पर उत्तराखंड घूमने का प्लान था। वे माँ को सरप्राइज देने के लिए घर जा रहे थे। हादसा जिस जगह पर हुआ है वह ब्लैक स्पॉट है। वहाँ एक्सीडेंट होते रहते हैं। पत्रकार अभिषेक त्रिपाठी ने ट्वीट कर बताया है, “वह तो शुक्र है कि पंत सीट बेल्ट नहीं लगाए थे। कार में जैसे ही आग लगी वह शीशा तोड़कर बाहर निकले। सिर और घुटने में चोट आई है। जान को खतरा नहीं है।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य सरकार पंत के इलाज का सारा खर्च उठाएगी। हादसा नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के पास हुआ। डॉक्टरों के मुताबिक, ऋषभ पंत के पैर में गंभीर चोट आई है। उनकी प्लास्टिक सर्जरी की जाएगी। इसके साथ ही उनके शरीर में कई जगह चोट लगी है। कई तस्वीरों में उनके पीठ और सिर पर चोट के निशान देखे जा सकते हैं।