प्राचीन कला केन्द्र एवं आईसीसीआर के संयुक्त तत्वाधान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन

चंडीगढ (केवल भारती,विवेक गौतम कोटला)
प्राचीन कला केन्द्र एवं इंडियन काऊंसल फॉर कल्चरल रिलेशनस ;आईसीसीआर द्ध के संयुक्त तत्वाधान में होरीजोन सीरीज के अन्तर्गत एक विशेष सांगीतिक संध्या का आयोजन किया गया । जिसमें चंडीगढ़ के एक युवा एवं प्रतिभावान कलाकार गुरप्रीत सिंह ने अपने तबलावादन से संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।गुरप्रीत पंजाब घराने के उभरते हुए कलाकार हैं । इन्होंने पंजाब घराने के गुरू सुशील जैन जी के सानिध्य में तबला वादन की शिक्षा प्राप्त की है । प्राचीन कला केन्द्र से विशारद डिप्लोमा होल्डर गुरप्रीत आजकल पंजाब यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे हैं । देश के विभिन्न शहरों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके गुरप्रीत ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी है । आज के इस कार्यक्रम में केन्द्र के सचिव श्री सजल कौसर,आईसीसीआर के आरऐसी मैंबर प्रो.हरविंदर सिंह एवं तबला गुरू श्री सुशील जैन भी उपस्थित थे ।गुरप्रीत ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत तीन ताल में निबद्ध पेशकार से की । इसके उपरांत इन्होंने रेले,कायदे,पलटे इत्यादि पेश किए । पंजाब घराने की कुछ खास पारम्परिक बंदिशें पेश करके इन्होंने दर्शकों से प्रशंसा हासिल की । तबले की थाप पर इनकी अनुभवी उंगलियों ने खूब जादू चलाया । युवा पीढ़ी में इस तरह शास्त्रीय कलाकारों के प्रति बढ़ते रूझान से प्राचीन कला केन्द्र अपने उदेश्यों में सफल हो रहे हैं । इनके साथ हारमोनियम पर आशीष कुमार ने बखूबी संगत की ।कार्यक्रम के अंत में कलाकारों को पुष्प देकर सम्मानित किया गया ।