रूस और यूक्रेन में चल रही जंग के बीच मोदी सरकार का बड़ा फैसला, नहीं भेजेगी अपने लड़ाकू विमान

यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद उपजी स्थिति को देखते हुए भारतीय वायुसेना ब्रिटेन में अगले महीने होने वाले कई देशों के ‘कोबरा वारियर अभ्यास’ में हिस्सा नहीं लेगी। यह अभ्यास ब्रिटेन में 06 से 27 मार्च तक होना था और इसमें स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान अन्य देशों के विमानों के साथ भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व करने वाला था।
वायुसेना ने शनिवार को एक ट्वीट कर कहा कि हाल के घटनाक्रम को देखते हुए वह इस अभ्यास में हिस्सा नहीं ले रही है। वायुसेना ने कहा, हाल की घटनाओं को देखते हुए वायु सेना ने निर्णय लिया है कि वह ब्रिटेन में होने वाले ‘कोबरा वारियर अभ्यास’ में हिस्सा लेने के लिए अपने विमान नहीं भेजेगी। पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए पांच तेजस लड़ाकू विमानों को ब्रिटेन जाना था। इस अभ्यास में तेजस को अपनी करतबबाजी तथा मारक क्षमता का अन्य देशों की वायु सेना के समक्ष प्रदर्शन करने का अवसर मिला था। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई से दुनिया भर में सामान्य स्थिति प्रभावित हुई है तथा अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।
ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स के अलावा सऊदी अरब, बेल्जियम और स्वीडन भी शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोबरा वॉरियर ब्रिटेन में रॉयल एयर फोर्स (RAF) की तरफ से एक दशक से कराया जा रहा सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के कुछ मित्र देशों ने तेजस में दिलचस्पी दिखाई है और भारत भी इसे निर्यात करने की इच्छा रखता है, लेकिन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की तरफ से कम डिलीवरी के चलते निर्यात को लेकर चर्चा नहीं हो सकी है।