जाटों के बीच अमित शाह, कहा-बहुत डराया, धमकाया और हड़काया, मेरी जगह कोई और होता तो रो देता

नई दिल्ली: यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई। 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के कई सीटों पर वोटिंग है। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने जाट नेताओं के साथ दिल्ली में मुलाकात की है।
बीजेपी जाट समाज को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। बैठक में कुल 100 जाट नेताओं को बुलाया गया है। अमित शाह ने समुदाय के नेताओं से अपील की 2014, 17 और 19 की तरह एक बार फिर बीजेपी की झोली भर दें।
जाट नेताओं संग बातचीत के दौरान अमित शाह कई बार भावुक अपील भी की। उन्होंने कहा कि 2014 में आपने सरकार बनाई । 2017 में बहुत डराया, धमकाया और हड़काया, मेरी जगह कोई और होता तो रो देता । लेकिन आपने कहा हम आपको वोट देंगे और फिर आपने प्रचंड बहुमत से सरकार बना दी। 2019 में भी यही किया। शाह के मुताबिक 2017 के चुनाव के दौरान उन्हें जाट नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह से डांट पड़ी थी।
अमित शाह ने जाट समुदाय के साथ 650 साल पुराना रिश्ता बताते हुए कहा कि आपने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, हम भी लड़ रहे हैं। जाट भी किसानों के लिए सोचते हैं और बीजेपी भी। जाट देश की सुरक्षा के लिए सोचते हैं और बीजेपी भी। शाह ने कहा कि यदि कोई शिकायत है तो उनसे झगड़ा कर सकते हैं, लेकिन पार्टी से कोई नाराजगी ना रखी जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा। इसमें गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, जिले प्रमुख हैं। वहीं दूसरे चरण में 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगा। इसमें सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत प्रमुख जिले हैं।
पहले दोनों चरणों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मतदान होने हैं। भाजपा ने इस इलाके में चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण क्षेत्र के किसानों और जाट समुदाय में भाजपा के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली है।