हरियाणा में ‘मुख्यमंत्री शतोउद्यमी सारथी योजना’ शुरू करने की घोषणा, जानिए क्या है इसका मकसद?

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को ‘मुख्यमंत्री शतोउद्यमी सारथी योजना’ शुरू करने की घोषणा की। खट्टर नारायणगढ़ के अंबेडकर भवन में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले का अवलोकन एवं निरीक्षण करने के बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री शतोउद्यमी सारथी योजना’ नामक इस नई योजना के तहत समाज के पांच अनुभवी लोगों को हर सौ परिवारों के ऊपर सारथी लगाया जाएगा, जो इन परिवारों के लिए सारथी बनकर उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 15 लाभार्थियों को स्वरोजगार से संबंधित बैंक द्वारा उपलब्ध करवाए गए स्वीकृति पत्र और चेक भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि विभिन्न कामों में अनुभव रखने वाले लोग जैसे कारपेंटर, सुनार इत्यादि अनुभवी लोग आगे आएं और अपने जैसे लोगों को ट्रेनिंग देते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं। ऐसा करने पर सरकार उन्हें प्रमाण पत्र और धन भी देगी। इस योजना के तहत गरीबों को केवल कर्ज देने से काम नहीं चलेगा, उस कर्ज का फायदा भी लोगों को होना चाहिए। समाज के लोगों को आगे आकर समाज उत्थान में कार्य करना चाहिए। इस योजना के तहत हरियाणा के 15 लाख परिवारों को एक लाख 80 हजार की वार्षिक आमदनी से आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा।
उन्होंने मेले में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन भी किया। उन्होंने पात्र लोगों से बातचीत करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित भी किया और कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा बहुत सी कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया गया है और लोग इन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। प्रदेश में हर परिवार सुखी रहे, इसके लिए परिवार पहचान पत्र के माध्यम से मूल्यांकन करते हुए जिस परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम है, उन सभी योग्य पात्रों को अंत्योदय मेले के माध्यम से योजनाओं का लाभ दिलाकर स्वावलंबी बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
प्रदेश में हर परिवार का उत्थान करना हमारा लक्ष्य है। कोई भी परिवार गरीब न रहे, इसके लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीबी की रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों की संख्या कम करके एपीएल की संख्या को बढ़ाना है। खट्टर ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले’ का मकसद गरीब परिवारों को सुखी करने का है। समाज के सभी की भावना ये होनी चाहिए कि जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनका अंत्योदय कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जाए। गरीब और अमीर के बीच की बढ़ती खाई को कम करने के लिए ये मेले आयोजित किए जा रहे हैं।