‘आतंकी घटना नहीं…’ बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग पर आर्मी का पहला बयान, इंसास राइफल से गालियां चलने का शक

पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह करीब 5 बजे फायरिंग की घटना सामने आई है. इसमें 4 जवानों की मौत हो गई है. मामले की जांच के लिए सेना ने पूरे एरिया को सील कर दिया है. छावनी में किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. सेना अपने स्तर पर मामले को हैंडल कर रही है. सेना ने आंतकी घटना होने से इनकार किया है.

सेना का आतंकी हमले से इनकार

बताया जा रहा है कि जिन 4 जवानों की मौत हुई है वो 80 मीडियम रेजिमेंट के थे. जो फायरिंग हुई है वो ऑफिसर्स मेस में हुई है. बठिंडा एसएसपी ने किसी भी आतंकी हमले से इनकार किया है. पुलिस के अनुसार ये आपसी टकराव का मामला बताया जा रहा है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि सैन्य अधिकारियों की आपस की घटना हो सकती है. आर्मी के बड़े अधिकारी का कहना है कि कुठ दिन पहले आर्मी का एक हथियार गुम हो गया था. उन्हें शक है उसी से फायरिंग कर घटना को अंजाम दिया गया है. घटना को किसने अंजाम दिया इस बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. वहीं घटना के बाद सेना के कई बड़े अधिकारी अब बठिंडा मिलिट्री स्टेशन पहुंच रहे है. 

मिलिट्री स्टेशन के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा

घटना के बाद बठिंडा मिलिट्री स्टेशन के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ये काफी पुराना और बड़ा मिलिट्री स्टेशन है और रिहारिशी इलाकों के पास ही बताया जा रहा है. इस मिलिट्री स्टेशन पर जबरदस्त सुरक्षा के इंतजाम रहते है लेकिन घटना के बाद सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. बठिंडा कैंट एशिया की सबसे बड़ी सैनिक छावनी है. इसकी बाउंड्री करीब 45 किलोमीटर की है. यही नहीं इस  बठिंडा मिलिट्री स्टेशन का एम्युनेशन डिपो देश के सबसे डिपो में से एक है. 

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