असम निकाय चुनाव: भाजपा ने 80 में से 73 सीटों पर किया कब्जा, कांग्रेस के हाथ लगी निराशा

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले असम के नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है। भाजपा ने असम नगर निकाय की 80 सीटों में से 74 सीटों पर जीत का परचम लहराया है।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है और उसके खाते में महज एक नगर निगम बोर्ड आया है।
वहीं, भाजपा की सहयोगी असम गणपरिषद (एजीपी) ने दो नगर निगम बोर्ड बरपेटा और बोकाखात पर कब्जा किया है, जबकि हैलाकांदी और मरियानी के दो बोर्ड पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया है। इस बार आम आदमी पार्टी ने भी असम में खाता खोल दिया है, दो वार्डों में आप ने जीत दर्ज की है। दिलचस्प यह है कि मरियानी नगरपालिका बोर्ड में 10 वार्ड में से 7 वार्ड निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गया है। शेष तीन वार्ड पर भाजपा काबिज होने में सफल रही।
असम राज्य चुनाव आयोग (एएसईसी) के मुताबिक भाजपा ने कुल 672 वार्ड जीते हैं जबकि कांग्रेस ने 71 वार्ड पर जीत दर्ज की है। वहीं, अन्य के खाते में 149 वार्ड आए हैं। कुल 57 वार्ड पर प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। भाजपा की इस जीत पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, असम के नगर निकाय चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत से पता चलता है कि जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है। नरेंद्र मोदी जी की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का असम के लोगों ने स्वागत किया है। भाजपा की इस जीत के लिए मैं असम के लोगों को बधाई और धन्यवाद देता हूं।
वहीं, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, नगर निकाय चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों और उसके सहयोगियों की प्रचंड जीत के लिए मैं असम के लोगों का आभार प्रकट करता हूं। जीत नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व द्वारा निर्देशित हमारे गठबंधन पर जनता के विश्वास को दर्शाती है।
इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने ट्वीट में कहा, राजनीति में उत्थान-पतन चलता रहता है। हमें अच्छे वक्त के लिए कड़ी मेहनत करना होगा और अवसर का इंतजार करना होगा। मैं निकाय चुनाव के नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं। असम के 80 नगर निकायों के लिए 6 मार्च को पहली बार ईवीएम के जरिये मतदान हुआ था। करीब 70 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।