बीजेपी पंजाब संकल्प पत्र 2022: पंजाब में भाजपा का ग्रामीण संकल्प पत्र जारी, भूमिहीन किसानों को भी 6000 सालाना देने का वादा

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भाजपा गठबंधन ने ग्रामीण सेक्टर के लिए संकल्प पत्र जारी कर दिया है। इसे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जारी किया। इस मौके पर गठबंधन सहयोगी सुखदेव सिंह ढींडसा भी मौजूद हैं, जबकि पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह इस मौके पर नहीं पहुंचे।

इससे पहले भाजपा संकल्प पत्र जारी कर चुकी है। जिसमें 11 संकल्प हैं। अब यह संकल्प पत्र ग्रामीण इलाकों के लिए है। इसमें भी 11 संकल्प हैं।

भाजपा ने वादा किया है कि अगर उनकी सरकार आई तो पंजाब में भूमिहीन किसानों को भी प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत 6000 रुपये सालाना का लाभ मिलेगा। गेहूं और धान के अलावा अन्य फसलों पर एमएसपी के लिए 5000 करोड़ रुपये का फंड क्रिएट किया जाएगा। सोलर पैनल से जोड़कर किसान को ऊर्जा दाता बनाया जाएगा।

संकल्प पत्र के मुख्य बिंदु

समृद्ध किसान। केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही एमएसपी प्रणाली का विस्तार फल, सब्जियां, दलहन और तिलहन उत्पादन करने वाले किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए 5000 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट स्वीकृत किया जाएगा। पांच एकड़ से कम भूमि वाले सभी किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाएगा। भूमिहीन किसानों को एक लाख एकड़ शामलात भूमि आवंटित की जाएगी। भूमिहीन किसानों को भी 6000/- रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

सतत हरित क्रांति। जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसके लिए राज्य के वार्षिक कृषि बजट में 5000 करोड़ रुपये की वार्षिक वृद्धि की जाएगी। ट्यूबवेल लगाने पर किसानों को सब्सिडी दी जाएगी और नहरों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। कृषि के विकास के लिए नए कृषि विश्वविद्यालय खोले जाएंगे और पंजाब कृषि प्रयोग संस्थान की स्थापना की जाएगी। पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पारंपरिक बीजों के भंडारण के लिए सीड बल्क बनाया जाएगा।

हर खेत को पानी। प्रधानमंत्री खेतीबाड़ी सिंचाई योजना के तहत लंबे समय से लंबित सिंचाई योजनाओं को पूरा किया जाएगा और नई सिंचाई योजनाएं शुरू की जाएंगी। सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

डेयरी फार्मिंग पशुपालन। दूध से दही, घी, पनीर और लस्सी बनाने के लिए प्रत्येक गांव में 30-30 गांवों के समूह में चिलिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे। हर तहसील में पशु चिकित्सालय खोले जाएंगे। मोहाली, बठिंडा, अमृतसर, पठानकोट में नए कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस स्थापित किए जाएंगे और इसके लिए हवाई मार्ग से परिवहन की व्यवस्था की जाएगी।

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