पीएम की सुरक्षा में चूक: भाकियू क्रांतिकारी प्रमुख बोले-हमें नहीं पता था प्रधानमंत्री उसी रास्ते से आ रहे हैं

पंजाब में फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द होने के बाद सियासत गरमा गई है। भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के प्रमुख सुरजीत सिंह फूल ने कहा है कि एसएसपी फिरोजपुर ने हमसे यह कहकर सड़क खाली करने को कहा कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से रैली स्थल पर जा रहे हैं। हमें लगा कि वे हमें झांसा देकर भाजपा नेताओं की बसें निकालना चाह रहे हैं। हमें सचमुच नहीं पता था कि प्रधानमंत्री उस रास्ते से आ रहे हैं। सड़क पर काफी वाहन थे।
उन्होंने सवाल उठाया कि यदि पीएम को आना होता तो क्या एक घंटे पहले पता चलता। हालांकि उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाकियू नेताओं ने पीएम मोदी की रैली के पास मोगा-फिरोजपुर रोड को जाम कर दिया… और बीजेपी नेताओं को खस्ताहाल सड़क पर यात्रा कराई, वे हमारी तारीफ के पात्र हैं। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं।
राकेश टिकैत बोले-पीएम को जाना नहीं चाहिए था
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई और पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि उनकी रैली में कुर्सियां खाली थीं। दोनों केवल अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री को वहां नहीं जाना चाहिए था। जब पीएम पंजाब आ रहे थे तो उन्होंने सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए थे? उनका कहना कि मैं बच गया से साफ हो जाता है कि यह एक स्टंट था। यह जनता की सहानुभूति हासिल करने का सस्ता तरीका खोजने की कोशिश थी।
प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पीती दिखीं थी पंजाब पुलिस
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर रैली के दौरे के दौरान सुरक्षा में सेंध का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें प्रदर्शनकारियों के साथ पंजाब पुलिस के जवान चाय पीते हुए दिख रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री के रूट वाली सड़क पर प्रदर्शन कर रहे किसान लाउडस्पीकर पर अन्य किसानों को एकत्र करने के लिए मुनादी कर रहे हैं। इस दौरान भी पंजाब पुलिस के कुछ जवान मूक दर्शक बने हुए दिख रहे हैं।
इस वायरल हुए वीडियो को लेकर पंजाब भाजपा के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस वीडियो को केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है। जिस पर केंद्रीय नेतृत्व ने इस वीडियो को जांच के दायरे में लाने की बात कही है। भाजपा के नेताओं ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुल जाम कर रखा था। प्रदर्शन कर रहे किसानों को प्रधानमंत्री के रूट में आए बदलाव की जैसे ही जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री बठिंडा रोड से मोगा हाईवे पर आ रहे हैं तो प्रदर्शनकारियों ने लाउड स्पीकर के जरिए आवाज देनी शुरू कर दी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने ट्रॉली लगाकर फ्लाईओवर को पूरी तरह जाम कर दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री पुल पर लगभग 20 मिनट तक फंसे रहे। रास्ता मिलने के बाद प्रधानमंत्री वहां से वापस निकले।