कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसा: शहीद नायक गुरसेवक का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, नम आंखों से लोगों ने दी श्रद्धांजलि

सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए तरनतारन के गांव दोदे सोढिया के नायक गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा।
इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से शहीद गुरसेवक सिंह को श्रद्धांजलि देने एवं उनके अंतिम संस्कार के लिए प्रबंध किए गए हैं।
तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह सहित पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी एवं भारतीय सेना के उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। शहीद गुरसेवक सिंह के पार्थिव शरीर के गांव दोदे सोढिया पहुंचने पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे हजारों लोगों ने शहीद गुरसेवक सिंह अमर रहे एवं भारत माता का जय घोष किया।
इस मौके पर खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर ने कहा कि गुरसेवक सिंह के शहीद हो जाने से उनके परिवार एवं देश को अपूरणीय क्षति हुई है। विधायक ने कहा कि सरकार की तरफ से जल्द ही शहीद के परिजनों को मुआवजा एवं सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।
विधानसभा हलका खेमकरण के गांव दोदे सोढियां में निवासी 31 साल के नायक गुरसेवक सिंह के घर पर पिता, भाई और पत्नी हैं। पति की मौत की खबर के बाद से ही गुरसेवक की पत्नी जसप्रीत कौर अपनी दोनों बेटियों व बेटे को गोद में उठाए पथराई आंखों से पति की फोटो को निहारती रहती थी। बेटे की शहादत की खबर सुनते ही गुरसेवक सिंह के पिता काबल सिंह सुध बुध खो बैठे थे। वे बेटे को याद कर बार-बार कह रहे थे कि ओए सेवका हुण सुणदा क्यों नई, आह वेख तेरी वोहटी जसप्रीत किवें गुम्म पई आ। तू तां कंहदा सी मैं अगले हफ्ते घर आवांगा, पर आह की माड़ी खबर सुण लई। वे गुरसेवका तू इक वार आखदे कि ऐह सब झूठ है।
काबल सिंह ने बताया कि करीब दो माह से बीमार चल रही जसप्रीत कौर से मोबाइल पर बातचीत में गुरसेवक ने कहा था कि जसप्रीत फिक्र न कर तूं ठीक हो जांवेगी, सिमरत, गुरलीन और फतेह नू चंगी तरां पड़ावी, ऐवें फिक्र न करिया कर तू ठीक हो जावेंगी, मैं अगले हफ्ते छुट्टी ले के आवांगा अते तैनूं नाल लेके जावांगा। आर्मी अस्पताल विच्च वदिया इलाज हुंदा ए।