पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने की बड़ी घोषणा- सिद्धू की वजह से नहीं छोड़ने वाले सीट, पटियाला से ही लड़ेंगे चुनाव
चण्डीगढ़, पंजाब 21 नवम्बर (नवीन चन्द्र पोखरियाल,सचित गौतम)
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पटियाला से ही चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से पटियाला छोड़कर कहीं और से चुनाव नहीं लड़ेंगे। अटकलें हैं कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला से अमरिंदर सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। इससे पहले सिंह ने कहा था कि पटियाला से चुनाव लड़ने पर सिद्धू की जमानत जब्त हो जाएगी।
आपको बता दें कि पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अमरिंदर सिंह पटियाला सीट से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। सिंह ने पिछले विधानसभा चुनाव में पटियाला से शिरोमणि अकाली दल के जनरल जेजे सिंह और आम आदमी पार्टी के बलवीर सिंह को हराया था। आप यहां दूसरे स्थान पर रही थी।
इसी महीने अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी नई पार्टी ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ की घोषणा की थी। सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से सियासी संघर्ष के बाद सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। राज्य सरकार से बाहर निकलने वाले अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे अकाली से अलग हुए समूहों के साथ गठबंधन पर भी विचार कर रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए सिद्धू को संरक्षण देने जैसे कई आरोप लगाए थे। सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू को कांग्रेस की पंजाब इकाई का अध्यक्ष बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था, “पंजाब के सभी सांसदों और मेरी आपत्ति के बावजूद आपने पाकिस्तानी ‘डीप स्टेट’ (सैन्य महकमे) के मददगार नवजोत सिंह सिद्धू को नियुक्त किया, जिसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान को गले लगाया था.” सिंह ने कहा, “खान और बाजवा वह लोग हैं, जिन्होंने भारतीयों की हत्या करने के लिए सीमापार आतंकवादी भेजे।”
तब उन्होंने कहा था, “सिद्धू की इतनी ही उपलब्धि थी कि वह मुझे और मेरी सरकार को नियमित रूप से अपशब्द कहते थे। मैं उनके पिता की उम्र का हूं, लेकिन फिर भी निजी और सार्वजनिक रूप से मेरे विरुद्ध भद्दी भाषा का प्रयोग करते रहे।” अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर सिद्धू को ‘संरक्षण’ देने का आरोप लगाया था।
मुख्यमंत्री रहते हुए अमरिंदर सिंह ने मई 2019 में सिद्धू पर स्थानीय सरकार विभाग को ‘‘सही तरीके से नहीं संभाल’’ पाने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि इसके कारण लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने शहरी इलाकों में ‘‘खराब प्रदर्शन’’ किया। इस आरोप के बाद से दोनों नेताओं के संबंधों में तनाव पैदा हो गया था। मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान सिद्धू से अहम विभाग ले लिए गए थे, जिसके बाद उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।