पंचों-सरपंचों को किया संबोधित, केंद्र और राज्य की एजेंसियों में तालमेल की कमी: राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित

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चंडीगढ़ 12 अप्रैल 2022 (सचित गौतम)

पठानकोट पहुंचे राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, बोले- केंद्र और राज्य की एजेंसियों में तालमेल की कमी, पंचों-सरपंचों को किया संबोधित

पंजाब के राज्यपाल ने मंगलवार को पठानकोट का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि दौरा करने के बाद यह महसूस हुआ है कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियों में तालमेल की कमी है। इस कमी को तुरंत दूर किया जाना चाहिए, ताकि देश और राज्य की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने पहले बीएसएफ, इंटेलिजेंस ब्यूरो, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी, सैन्य खुफिया विभाग समेत केंद्र सरकार की एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। इसके बाद जिले भर के पंचों और सरपंचों से भी विभिन्न मुद्दों पर वार्ता की।

बैठक में सीमावर्ती जिलों से संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों को उठाया गया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियों में तालमेल अति आवश्यक है। केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियों को एक साथ मिलकर नियमित रूप से गुप्त जानकारी व सूचनाओं का आदान-प्रदान करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि ‘सीमा को सुरक्षित करने के लिए संयुक्त प्रयास और दृढ़ संकल्प’ निश्चित रूप से सफल साबित होंगे। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा बलों को भी प्रेरित किया और सीमाओं की रक्षा में उनकी प्रतिबद्धता और वीरता की सराहना की।

सीमा सुरक्षा बल की आंख और कान बनकर सहयोग करें नागरिक

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने पंजाब के 6 सीमावर्ती जिलों का दौरा किया। उन्हें लगता है कि इन्हीं जिलों के लोग हमारी अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रहरी हैं। इनको सीमा सुरक्षा बल का सहयोग करना चाहिए। राज्यपाल ने सरपंचों और प्रबुद्ध लोगों से सीमा सुरक्षा बलों की ‘आंखें और कान’ बनकर पूर्ण सहयोग करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि पंजाब की सीमा पर ड्रोन से हथियार और गोला-बारूद गिराने की पिछली घटनाओं के कारण सभी संबंधित पक्षों को सतर्क रहने की जरूरत है। सुरक्षा बल अपना काम कर रहे हैं लेकिन स्थानीय तौर पर उपलब्ध खुफिया जानकारी और सहयोग राज्य में हथियारों और नशीले पदार्थों की आमद को रोकने में काफी सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

सीमाओं से प्रवेश कर कॉलेजों और स्कूलों में पहुंचते हैं नशीले पदार्थ

राज्यपाल ने कहा कि सीमाओं के रास्ते देश में प्रवेश करने वाले नशीले पदार्थ शहरों, कस्बों, स्कूलों और कॉलेजों तक पहुंचते हैं। युवाओं को नशीले पदार्थों की आपूर्ति हमारी भावी पीढ़ी और हमारे भविष्य पर सीधा हमला है। हम इस खतरे को अपने राज्य के वर्तमान को बर्बाद या इसके भविष्य से खिलवाड़ करने की अनुमति कतई नहीं दे सकते।

राज्यपाल ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा हर स्तर पर लोगों, राज्य सरकार की एजेंसियों और केंद्र सरकार की एजेंसियों के ठोस और निरंतर सहयोग से ही सुनिश्चित की जा सकती है। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारुचक, मुख्य सचिव जेएम बाला मुरुगन, आईजी बार्डर रेंज मुनीष चावला, सुजानपुर विधायक नरेश पुरी, डीसी हरबीर सिंह, एसएसपी सुरेंद्र लांबा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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