Independence Day: आजादी के 75 साल पूरे,पीएम मोदी ने लाल किले से युवाओं से मांगी ये चीज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूछा कि हम लोग ग्लोबल सर्टिफिकेट पर टिके रहेंगे? देश के युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें दूसरों की नकल करने की जरूरत नहीं है, बल्कि हम अपनी ताकत पर खड़े होंगे और अपने लक्ष्यों को पूरा करेंगे.’ पीएम मोदी ने कहा, दुनिया भारत के प्रति अपना नजरिया बदल रही है.
दुनिया समाधान के लिए भारत की ओर देख रही है. 130 करोड़ भारतीयों का कौशल दुनिया को उम्मीद की किरण दिखा रहा है. हालांकि, हमारी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा कभी-कभी भाषा की बाधाओं में फंस जाती है.
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई पर जोर देती है. इसके बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा, ‘हमें अपने देश की एक-एक भाषा पर गर्व होना चाहिए, भले ही हम उससे कितने ही पारंगत हों या न हों. हमें अपनी तुलना किसी से नहीं करनी है. हम लोग अद्वितीय और उज्ज्वल हैं.’ उन्होंने भारतीय युवाओं से एक बड़ा और सामूहिक सपना देखने को भी कहा. पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा टैलेंट कभी-कभी अपनी इच्छुक रास्ते को नहीं ढूंढ पाता है. ऐसा गुलामी की मानसिकता की वजह से है और हमें इससे छुटकारा पाना है.’
युवाओं से पीएम ने मांगी ये चीज
लाल किले से पीएम मोदी ने कहा, ‘जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे, तभी तो ऊंजा उड़ेंगे.’ देश के युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे देश के युवाओं, जब देश आजादी के 100 साल पूरा होने पर जश्न मना रहा होगा, तब आप लोग 50 साल की उम्र के पड़ाव पर होंगे.’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप मेरे साथ मार्च करेंगे और अपने जीवन के ये स्वर्णिम वर्ष मुझे देंगे, तो हमारा देश एक विकासशील देश बन जाएगा.’
उन्होंने देशवासियों से बड़ी इच्छाएं और सामूहिक इच्छाएं रखने की गुजारिश करते हुए कहा, ‘इस अमृत काल में हमें एक साथ आना है और विकसित भारत (विकसित भारत) के एक और बड़े लक्ष्य की दिशा में काम करना है.’ पीएम ने कहा, ‘सपने अलग नहीं हो सकते हैं, जब हम एक सशक्त और विकसित भारत की तलाश कर रहे हैं. सहकारी संघवाद के साथ-साथ हमें अब सहकारी प्रतिस्पर्धी संघवाद की जरूरत है.