जब गणेश जी ने तोड़ा था कुबेर का घमंड, जानिए इससे जुड़ी रोचक पौराणिक कथा

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कुबेर जी को धन का राजा कहा जाता है।

जैसा कि हम सभी जानते है कि धन में इंसान कितना घमंडी और अहंकारी हो जाता है। ऐसा ही एक बार भगवान कुबेर को अपने धन का घमंड हो गया था। पौराणिक कथाओं में यह बात तो सभी ने सुनी है कि भगवान कुबेर के पास स्वर्ण का असीम भंडार था। कुबेर जी से धनवान किसी भी लोक पर कोई दूसरा नहीं था। आज हम आपको एक ऐसी ही पौराणिक कथा के बारे में बताएंगे कि कैसे गणेश जी ने धन के राजा कुबेर (Ganesh ji Kuber Story) का घमंड पल भर में चकनाचूर कर दिया था।

गणेश जी ने कुबेर का तोड़ा घमंड:

श्री गणेश जी और धन के राजा की यह पौराणिक कहानी काफी प्रचलित है। एक बार धन के घमंड में आकर कुबेर जी ने सोने का महल बनवाया। इस महल के बनने के बाद कुबेर जी ने अपने ऐश्वर्य और वैभव के प्रदर्शन के लिए एक भव्य भोज का आयोजन किया जिसमें सभी देवता शामिल हुए। लेकिन उसके इस भोजन में महादेव शिव जी नहीं आए। तो कुबेर जी उनको आमंत्रित करने कैलाश पर्वत पहुंचे। कुबेर ने महादेव को भोज के लिए आमंत्रित किया। लेकिन महादेव कुबेर जी की मंशा समझ चुके थे खुद ना जाकर शिव जी ने गणेश जी को महाभोज में भेजा।

कुबेर जी का सोने का महल साबित हुआ तुच्छ:

गणेश जी को पहले ही कुबेर जी की मंशा का अनुभव हो गया था। लेकिन उन्होंने कुबेर जी को अच्छा सबक देने की रणनीति बनाई। जब महाभोज के लिए गणेश जी कुबेर के सोने के महल में पहुंचे तो उन्हें सबसे पहले महल को देखने का प्रस्ताव मिला। लेकिन गणेश जी ने कहा कि पहले वो महाभोज करेंगे फिर महल का अच्छी तरह भ्रमण करेंगे। इसके बाद कुबेर जी ने अपने महल के सभी सेवकों को गणेश को भोजन परोसने का आदेश दिया।

महल के सभी सेवक गणेश जी को भोजन करवाने लग गए, लेकिन गणेश जी की भूख खत्म नहीं हुई। इसको देखते हुए कुबेर जी तनाव में आ गए। इसके बाद सारा भोजन समाप्त हो गया। अंत में जब उन्हें कुछ भी खाने को नहीं मिला तो उन्होंने कुबेर के महल की चीजो जैसे कि बर्तन, स्वर्ण आदि को खाना शुरू कर दिया। ये सब देखकर धन का राजा अपने घुटनों के बल पर गणेश जी से क्षमा याचना करने लगा अपनी भूल के लिए माफी मांगी। तब जाकर गणेश जी ने उनको क्षमा कर दिया और वो कैलाश पर्वत लौट गए।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। अज़ाद वार्ता इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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