इन्द्र देव कहर, चारो ओर जल ही जल, कही टूटे आशियाने,कही बह गए यातायात मार्ग, कश्मीर से दिल्ली तक ऐसे ही हालात
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चंडीगढ (आज़ाद वार्ता)
देश के उत्तर पश्चिम हिस्सों में शनिवार और रविवार को हुई भारी बारिश के बाद कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. एक तरफ दिल्ली में बारिश ने 41 सालों को रिकॉर्ड तोड़ दी है तो दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर हिमाचल के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी भारी बारिश देखने को मिली है.
हरियाणा में गुरुग्राम, अंबाला समेत कई जिलों में शहर की सड़कें लबालब नजर आईं. हरियाणा के यमुनानगर में 80 एमएम बारिश दर्ज हुई. सड़क किनारे बने घरों में बारिश का पानी घुस गया.
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने 41 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. विभाग ने कहा कि दिल्ली में शनिवार सुबह 8.30 बजे से रविवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे में 153 एमएम बारिश दर्ज की गई है. 1982 के बाद ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब जुलाई के महीने में एक दिन में इतनी ज्यादा बारिश हुई है. दिल्ली में 10 जुलाई 2003 को 133.4 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. राजधानी में 21 जुलाई 1958 को 266.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो कि जुलाई में अब तक सर्वाधिक बारिश के रूप में दर्ज है.
पहाड़ी राज्य हिमाचल में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कांगड़ा, मंडी और शिमला में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम की तैनाती कर दी गई है. राज्य में पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई है. इसमें शिमला में तीन, चंबा में एक और कुल्लू में एक की मौत की खबर है. वहीं, चंबा मैं डलहौजी पठानकोट राष्ट्रीय मार्ग पर बनीखेत के पास बारिश की वजह से सड़का का बड़ा क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुई है.
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. खतरे को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में लोगों से सतलुज नदी से दूर रहने की अपील की गई है…भारी बारिश के चलते सतलुज नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. आज नाथपा डैम से 1500 क्यूसैक पानी छोड़ा जाना है. जिसकी वजह से लोगों को अलर्ट किया गया है.
कश्मीर में भारी बारिश, बर्फबारी, नदियां उफान पर
जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश देखने को मिली है. बारिश की वजह से झेलम और उसकी सहायक नदियों के जल स्तर में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और नदियों के किनारे पर नहीं जाने की अपील की है. कश्मीर के कई हिस्सों में रिकॉर्ड बारिश देखने को मिली है. बारिश की वजह से अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई है. हालांकि, रविवार दोपहर मौसम में मामूली सुधार होने के बाद पहलगाम में यात्रा फिर से आगे बढ़ी है.
हरियाणा और पंजाब में भी बारिश से हाल बेहाल
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी बारिश के बाद सड़कों पर चार से पांच फीट तक पानी भर गया. गुरुग्राम को लेकर मौसम विभाग ने पहले से ही येलो अलर्ट जारी किया हुआ है. जिसका मतलब है कि जिले में भारी बारिश हो सकती है. हरियाणा के यमुनानगर में 80 एमएम, अंबाला में 70 एमएम, सिरसा में 50 एमएम, करनाल में 40 एमएम, महेंद्रगढ़ में 24 एमएम और रोहतक में 12 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
वहीं, पंजाब के अमृतसर में 20 एमएम, लुधियाना में 34 एमएम, पटियाला में 10 एमएम, पठानकोट में 46, फिरोजपुर में 108 एमएम बारिश दर्ज की गई है. अंबाला कैंट में तो स्थिति ऐसे हो गई की बारिश का पानी कई लोगों के घरों में घुस गया. जालंधर में चीमा चौक, ट्रासंपोर्ट नगर,लंबा पिंड चौक और देहात के नकोदर शाहकोट रोड पर दो से तीन फीट पानी जमा हो गया था. वहीं शहर के कई इलाकों में तो लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है.
राजस्थान में चार लोगों की मौत
राजस्थान के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है. राज्य में पिछले 24 घंटे में अलग-अलग घटनाओं में 4 लोगों की मौत भी हुई है. इनमें चित्तौड़गढ़ में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई है जबकि सवाई माधोपुर में दो अलग-अलग घटनाओं में पुरुष डूब गए.
दिल्ली में सड़कें जलमग्न, अस्पतालों में घुसा पानी
राजधानी में भारी बारिश की वजह से नई और पुरानी दिल्ली की कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं. पार्क, अंडरपास यहां तक की अस्पताल परिसर में भी पानी घुस गया. सोशल मीडिया पर ऐसी कई तस्वीरें शेयर की गई है जो बारिश के बाद बेहाल स्थिति को बयां कर रही हैं. बारिश और जलभराव की वजह से मिंटो ब्रिज को भी बंद करना पड़ गया.