मेजर ध्यानचंद पुरस्कार विजेता ओलंपियन वरिंदर सिंह का देहांत, काफी दिनों से चल रहे थे बीमार

चंडीगढ़ (आज़ाद वार्ता)
1972 के म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले और प्रतिष्ठित मेजर ध्यान चंद अवॉर्ड से सम्मानित ओलंपियन वरिंदर सिंह का मंगलवार को देहांत हो गया। उन्होंने जालंधर स्थित अपने पैतृक घर में अंतिम सांस ली।
जानकारी के मुताबिक ओलंपियन वरिंदर सिंह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। 16 मई, 1947 को जन्मे वरिंदर सिंह ने म्यूनिख में 1972 के ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने 1976 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भी भाग लिया। “हॉकी का मक्का” कहे जाने वाले जालंधर की प्रतिष्ठित सुरजीत हॉकी सोसाइटी ने वरिंदर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। लोग वरिंदर सिंह को फील्ड हाकी खिलाड़ी के रूप में जानते थे। उन्होंने वर्ष 1985 से 1993 तक पंजाब एंड सिंध बैंक हाकी टीम में बतौर कोच सेवाएं दी। वर्ष 2008 से वे पंजाब खेल विभाग में बतौर कोच शामिल थे।