मिशन 2022: सपा मुखिया अखिलेश यादव को घर में घेरेगी भाजपा, अमित शाह करेंगे रैली

उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ (आज़ाद वार्ता)
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को घर में घेरने की रणनीति बनाई है। इसी लिहाज से 13 नवंबर को आजमगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय की नींव रखी जा रही है।
साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली कराने की तैयारी है। आजमगढ़ से ही अखिलेश यादव सांसद हैं।
बता दें कि आजमगढ़ भी भाजपा गोरखपुर क्षेत्र का हिस्सा है। इस जिले को सपा का गढ़ माना जाता है। मोदी लहर में भी भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। लिहाजा, इस बार भाजपा दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरने जा रही है। इसकी कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। मुख्यमंत्री शुक्रवार (पांच अक्तूबर) को आजमगढ़ जाएंगे। केंद्रीय गृहमंत्री की रैली व राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी लेंगे। साथ ही कार्यक्रम स्थल का चुनाव करेंगे।
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज से जनता खुश है। इस बार बड़ी जीत मिलेगी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव को जनता ने मौका दिया, लेकिन कुछ नहीं कर सके। योगी सरकार राज्य विश्वविद्यालय की सौगात देने जा रही है। इसका फायदा युवाओं को मिलेगा। क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास समारोह और रैली ऐतिहासिक होगी।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली थी दस में से एक सीट आजमगढ़ में विधानसभा की दस सीटें हैं। साल 2017 के चुनाव में भाजपा को फूलपुर पवई सीट पर जीत मिली थी। इस सीट से भाजपा के अरुणकांत यादव विधायक हैं। नौ सीटें सपा और बसपा के खाते में गई थीं। लिहाजा, भाजपा का पूरा ध्यान प्रदर्शन सुधारने पर है। इसी कड़ी में राज्य विश्वविद्यालय की नींव डाली जा रही है। पार्टी का प्रयास है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में और ज्यादा सीटें जीती जा सकें।
ये हैं सीटें
फूलपुर पवई, गोपालपुर, दीदारगंज, मुबारकपुर, मेंहनगर (सुरक्षित), लालगंज (सुरक्षित), अतरौलिया, सगड़ी, आजमगढ़ सदर और निजामाबाद।
आजमगढ़ लोकसभा सीट पर नहीं मिली थी जीत
मोदी लहर में भी भाजपा लालगंज और आजमगढ़ लोकसभा सीट नहीं जीत पाई थी। 2014 में आजमगढ़ से सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने चुनाव जीता था। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जीत मिली थी।
हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित लालगंज सीट से चुनाव जीता था। नीलम सोनकर सांसद बनी थीं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में यह सीट भी भाजपा के हाथ से निकल गई।