‘अल्लाह-हू-अकबर’ चिल्लाते हुए गोरखनाथ मंदिर में घुसा मुर्तजा अब्बासी, धारदार हथियार से 2 सुरक्षाकर्मियों को किया घायल, घटना का वीडियो आया सामने

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नई दिल्ली 4 अप्रैल 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)

उत्तर प्रदेश के के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमले की खबर है। हमलावर द्वारा मज़हबी नारा भी लगाने की सूचना है। आरोपित के पास मिले पैन कार्ड में मुर्तजा अब्बासी नाम लिखा हुआ है। इस हमले में उत्तर प्रदेश पीएसी के 2 जवान घायल हुए हैं। हमलावर को पुलिस ने किसी बड़े नुकसान से पहले ही हिरासत में ले लिया है। आतंकी हमले की आशंका के चलते इस मामले की जाँच अब एटीएस कर रही है। घटना रविवार (3 अप्रैल 2022) की है। इस हमले का वीडियो भी सामने आया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावर मंदिर में घुसने का प्रयास कर रहा था। गेट पर तैनात पीएसी के 2 जवानों को उस पर शक हुआ तो उसे रोका गया। रोके जाने पर आरोपित ने दोनों जवानों पर अपने साथ पहले से लाए गए बाँके (धारदार हथियार) से हमला कर दिया। फिर वो मेन गेट के पा अल्लाह-हू-अकबर चिल्लाते हुए आया। जहाँ कॉन्सटेबल अनुराग राजपूत और एआईयू अधिकारी ने उसे रोक लिया। खबर है कि अब्बासी अकेला नहीं था, उसके साथ एक और शख्स था, लेकिन वो भाग गया और अब्बासी को पकड़ लिया गया।

शुरुआती जाँच में पता चला है कि हमलावर ने अलीगढ़ में पढ़ाई की है। इसके बाद उसने मुंबई में केमिकल इंजीनियरिंग से बी टेक किया। हमलावर के पास से एक इंडिगो फ्लाइट का टिकट भी बरामद हुआ है। उसके सीधे मुंबई से गोरखपुर आने का शक जताया जा रहा है। वह गोरखपुर का ही रहने वाला बताया जा रहा है। उसके पास से एक लैपटॉप भी बरामद हुआ है जिसकी पुलिस जाँच कर रही है।

इस हमले के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपित मुर्तजा की पिटाई की जिस से वो घायल हो गया। उसे पुलिस ने ही बचा कर अस्पताल में भर्ती करवाया। मुर्तजा और दोनों घायल पीएसी जवानों का इलाज चल रहा है। एटीएस और अन्य अधिकारी इस आरोपित से मंदिर में घुसने की वजह और साथ में बाँका लाने का कारण जानने में लगे हुए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान मंदिर में गोली चलने की अफवाह उड़ी थी जिस से वहाँ मौजूद श्रद्धालु कुछ समय के लिए परेशान हुए। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाया। इस पूरे मामले में अब तक पुलिस की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी मठ के महंत हैं जिसे नाग सम्प्रदाय की सर्वोच्च पीठ कहा जाता है।

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