जनता के नाम नड्डा का खत : सोचें 2027 तक कैसा भारत चाहते हैं? कांग्रेस राज में हुए दंगों की दिलाई याद

देश में तमाम मसलों पर छिड़ी बहस और विपक्षी एकता की गूंज के बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जनता के नाम खत लिखा है। इसमें उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि वह विचार करे कि आजादी की 100 वर्षगांठ 2047 के अवसर पर वह कैसा भारत चाहती है?
उन्होंने आह्वान किया कि हम योजना बनाएं कि उस वक्त तक हम कैसे भारत का निर्माण करना चाहते हैं।
अपने पत्र में नड्डा ने लिखा है कि देश के युवा अवसर चाहते हैं, बाधाएं नहीं। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष से भी अनुरोध किया कि वह विकास की राजनीति करे। नड्डा ने इसमें कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। देश के कुछ हिस्सों में हालिया दंगों पर बहस के बीच उन्होंने कांग्रेस राज में हुए दंगों की भी याद दिलाई है।
करौली हिंसा पर क्यों खामोश है कांग्रेस? नड्डा ने सवाल किया कि कांग्रेस राजस्थान के करौली में हुई हिंसा पर क्यों खामोश है? उन्होंने याद दिलाया कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी ने कहा था जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। बंगाल और केरल का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा कार्यक्रताओं की हत्या की जा रही है। महाराष्ट्र में दो कैबिनेट मंत्री जेल में है, कांग्रेस इन मामलों पर मौन क्यों है?
देश में वोट बैंक की राजनीति की खातिर दशकों तक असामाजिक तत्वों से समझौता किया जाता रहा है। पांच राज्य के हालिया चुनावों ने वोट बैंक की राजनीति करने वालों की आंखें खोल दी हैं। भारत का युवा विकास चाहता है विनाश नहीं। विपक्ष को आत्ममंथन करना चाहिए कि इतने दशकों तक देश पर शासन करने वाली पार्टियां अब इतिहास के हाशिये पर क्यों सिमट कर रह गई हैं?