अब अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की हिन्दू बीवी ने भी हिन्दुत्व और भारतीय संस्कृति के प्रति उगला जहर -‘मैं पागल हूँ क्या जो ये व्रत करूँगी?’

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नसीरुद्दीन शाह की बीवी ने ‘करवा चौथ’ पर उगला जहर

ज्योतिष-वास्तु का भी बनाया मजाक

पर मुस्लिम महिलाओं के अत्याचारों पर बोलने की जहमत नहीं उठाई

लोगों ने दिखाया अभिनेत्री को आईना

नई दिल्ली 29 जुलाई 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)

भारतीय संस्कृति, हिन्दू सभ्यता के प्रति बौखलाई बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की बीवी और एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह ने अब हिंदू त्योहार पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने करवा चौथ को महिलाओं की गुलामी और अंधविश्वास का प्रतीक बताते हुए इसे मनाने वाली महिलाओं का मजाक उड़ाया है। रत्ना पाठक शाह ने कहा कि देश में औरतों के लिए अभी भी कुछ नहीं बदला है। देश रूढ़िवादी होता जा रहा है। क्या हम सऊदी अरब जैसा देश बनना चाहते हैं?

हाल ही एंटरटेनमेंट वेबसाइट ‘पिंकविला‘ को एक दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि 40 वर्षों में पहली बार उनसे पिछले साल पूछा गया था कि क्या वह अपने शौहर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की सलामती के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं? इस पर उन्होंने कहा, “क्या मैं पागल हूँ, जो ऐसा करूँगी?” उन्होंने आगे कहा, “हमारे देश में औरतें अभी भी सदियों पुरानी प्रथाओं और रीति-रिवाजों को फॉलो करती आ रही हैं। पूरा समाज रूढ़िवादी होता जा रहा है। क्या यह भयावह नहीं है कि पढ़ी-लिखी आधुनिक महिलाएँ भी करवा चौथ का व्रत करती हैं। अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं, जिससे उन्हें विधवा होने का कोप न झेलना पड़े।”

अपने राष्ट्र के प्रति घृणा का भाव रखने वाले अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की हिन्दू पत्नी और ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ की अभिनेत्री ने कहा, “हम रूढ़िवादी हो रहे हैं। कुंडली दिखाओ, वास्तु कराओ, अपने ज्योतिषी को दिखाओ के विज्ञापनों की संख्या देखें। नित्यानंद की तरह फनी लोगों को देखिए, जिन्हें कहीं एक जगह मिल गई है। हर जगह एक मूर्ख, बूढ़ा गुरु बनकर बैठा हुआ है और हर कोई उनके पास जाता है। क्या यह आधुनिक समाज की निशानी है। यहाँ दाभोलकर जैसे तर्कवादी दिनदहाड़े मार दिए जाते हैं। उसका मुकदमा अभी चल रहा है और इसके बारे में कुछ नहीं किया जाएगा।”

रत्ना पाठक शाह ने बातचीत में यह भी कहा, “समाज रूढ़िवादी होने पर सबसे पहले औरतों पर शिकंजा कसता है। दुनिया की जितने भी रूढ़िवादी समाज हैं, सब पर नजर डाल लीजिए। आप देखेंगे कि औरतें ही हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। आज भी औरतों के लिए कुछ भी नहीं बदला है और अगर बदलाव हुआ भी है तो वह बेहद मामूली है। लोग अब अंधविश्वासी होते जा रहे हैं। उन्हें धर्म को स्वीकार कर उसे अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।”

आपको बता दें कि रत्ना शाह पाठक अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रही हैं। उन्होंने करीब 40 साल पहले नसीरुद्दीन शाह से निकाह किया था। उनके दो बेटे हैं, जिनके नाम इमाद और विवान शाह हैं। उन्हें आखिरी बार यशराज फिल्म की ‘जयेशभाई जोरदार’ में देखा गया था। उन्होंने ‘लिपिस्टिक अंडर माई बुर्का’ ‘खूबसूरत’, ‘कपूर एंड संस’ के अलावा हिट टीवी शो ‘साराभाई वर्सेज साराभाई’ जैसे कई प्रोजेक्ट में काम किया है। ताज्जुब की बात तो यह है कि समाज में तुष्टिकरण की बात करने वाली हिन्दू परिवार में जन्म लेने वाली अभिनेत्री रत्ना शाह पाठक ने मुस्लिम महिलाओं पर पुरुषों और धार्मिक अत्याचारों के खिलाफ एक भी शब्द बोलने की जहमत तक नहीं उठाई।

लोगों ने दिखाया एक्ट्रेस को आइना

रत्ना शाह पाठक लिपिस्टिक माई बुर्का समेत कई फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। वे अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रही हैं। उन्हें आखिरी बार यश राज फिल्म की ‘जयेशभाई जोरदार’ में देखा गया था. उन्होंने ‘खूबसूरत’, ‘कपूर एंड संस’ और हिट टीवी शो ‘साराभाई वर्सेज साराभाई’ जैसे कई प्रोजेक्ट में काम किया है। उनके विवादित इंटरव्यू के बाद लोग उन्हें आइना दिखाने में लगे हैं. एक यूजर ने कहा कि अगर करवा चौथ रूढ़िवादिता है तो इस्लाम के तीन तलाक, हलाला और नजदीकी रिश्तों में शादी पर उनके क्या विचार हैं। उन्हें इन मुद्दों पर भी बोलने की हिम्मत दिखानी चाहिए।

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