पांच बार मुख्यमंत्री व 11 बार विधायक रहे प्रकाश सिंह बादल ने पेंशन लेने से किया इन्कार, कहा- जनहित में हो खर्च

चंडीगढ़। पंजाब के सबसे वयोवृद्ध नेता एवं राज्य के पांच बार के सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल ने पूर्व विधायक के रूप में उनको मिलने वाली पेंशन लेने से इन्कार कर दिया है।
इस संबंध में शिरोमणि अकाली दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से विधानसभा अध्यक्ष व सरकार से अनुरोध किया गया है।
शिअद ने प्रकाश सिंह बादल की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा है कि मेरा पंजाब सरकार व विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध है कि मुझे पूर्व विधायक के रूप में मिलने वाली पेंशन जनहित में खर्च की जाए। यह पेंशन मुझे न भेजी जाए। बादल ने कहा कि वह इस संबंध में लिखित में भी भेजेंगे।
I request @PunjabGovtIndia &hon’ble speaker that whatever pension accrues to me as ex MLA may please be used for the interests of the people of Pb (Lok hitaan vaaste). It should in no case be sent to me. Formal request in writing being sent separately- Parkash S. Badal, Former CM pic.twitter.com/ZZKBpcmw39
प्रकाश सिंह बादल 11 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार वह लंबी विधानसभा सीट से हार गए। बादल परिवार को मिलने वाली पेंशन को लेकर राजनीति होती रही है। इस बार चुनाव में भी बादल को मिलने वाली पेंशन को लेकर विपक्षी की ओर से बादल परिवार पर तीखे हमले किए गए थे।
प्रकाश सिंह बादल पर 11 पेंशन लेने के आरोप लगते रहे हैं। इस पर सफाई देने के लिए बादल परिवार को बार-बार सामने आना पड़ता है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी पेंशन को लेकर कई बार सफाई दे चुके हैं। शिअद के वरिष्ठ नेता और सुखबीर बादल के पूर्व ओएसडी चरणजीत बराड़ ने तो पेंशन को लेकर आरटीआइ हासिल की थी।
बराड़ ने बताया था कि लोक सूचना अधिकारी ने लिखित में बताया है कि बादल विधानसभा के सदस्य हैं, इसलिए उन्हें वेतन मिलता है न की पेंशन।पंजाब में इस बार चुनाव में अकाली दल का बुरी तरह से सफाया हुआ है। बादल लंबी हलके से चुनाव हार गए थे। उन्हें आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह खुदियां ने हराया। हालांकि राज्य में मिली बुरी तरह से हार को लेकर शिअद मंथन में लगा है।