विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी, कहा-आलोचना लोकतंत्र का श्रृंगार, लेकिन अंधविरोध इसका अनादर

नई दिल्ली, 7 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे हैं। उन्होंने इस मौके पर जहां सुर साम्रज्ञी लता मंगेशकर को याद किया तो वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर खूब बरसे।
पीएम मोदी ने कहा कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंधविरोध इसका अनादर है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद विश्व एक नए व्यवस्थाओं की तरफ तेजी से बढ़ रहा है और भारत को इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिएय़ उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल अपने आप में एक प्रेरक अवसर है। उन्होंने कहा कि हम नए संकल्पों के साथ देश की आजादी के 100 साल मनाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहा है। देश में गरीबों को रहने के लिए घर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कौन ऐसा देशवासी होगा, जिसे सुनकर ये गर्व नहीं होगा कि देश के हर गरीब से गरीब व्यक्ति के घर में शौचालय है। उनके सिर पर छत हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश का गरीब अपने मोबाइल फोन पर अपने बैंक खाते का इस्तेमाल कर रहा है। उनसके खाते में सीधे रकम ट्रांसफर हो रही है। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि आज भी बहुत से लोग हैं, जिनका कांटा 2014 पर अटका है। वो इससे बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को देश की जनता पहचान गई है। वो बड़ी -बड़ी बाते करते हैं, लेकिन वो भूल जाते हैं कि 50 साल तक वो इस सीट पर बैठे थे। उन्होंने कांग्रेस पर वार करते हुए ऐसे कई प्रदेशों का जिक्र किया, जहां कांग्रेस संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि सवाल कांग्रेस के वोटों का नहीं है। सवाल उनकी नीयत का है। ये उन्हें सोचने की जरूरत हैं कि इतने बड़े लोकतंत्र में इतने लंबे वक्त तक सत्ता में रहने के बावजूद जनता उन्हें क्यों नकार देती है।