दो प्रतिशत वोटबैंक की राजनीति,आतंकियों को पनाह…अचानक क्यों आगा उगलने लगे जस्टिन ट्रूडो?

चंडीगढ (आज़ाद वार्ता)
कनाडा से तल्खी के बीच खुफिया एजेंसियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा आतंकियों और गैंगस्टर्स की नई पनाहगाह बन गया है. 9 अलगाववादी और आतंकी संगठन कनाडा से ऑपरेट हो रहे हैं.कनाडा से ऑपरेट करने वाले कट्टर और अलवागवादी संगठनों में वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइज़ेशन (WSO), खालिस्तान टाईगर फोर्स (KTF), सिख फ़ॉर जस्टिस (SJF) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) शामिल हैं.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक ये संगठन और इससे जुड़े लोग खुलेआम भारत में राजनीतिक हत्याओं की धमकी दे रहे हैं. अलगवाद को बढ़ावा देने में जुटे हैं. टार्गेट किलिंग में भी इनका नाम सामने आया है. खुफिया रिपोर्ट में साफ-साफ इस बात का जिक्र है कि कनाडा प्रशासन ने भारत में आंतक के गंभीर आरोपियों को या तो शरण दे रखी है या नागरिकता दे दी है. अब वे खुलेआम वहां से ऑपरेट कर रहे हैं.
इंटेलिजेंस एजेंसीज के मुताबिक कुछ वक्त पहले हुई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी खालिस्तानी समर्थकों की साजिश का पता लगा. कनाडा से ही ऑपरेट हो रहे हैं.
2 फीसदी वोट बैंक की राजनीति: भारत के दुश्मनों को शरण और पनाह देने के पीछे वोट बैंक की राजनीति है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक कनाडा के सिख बहुल इलाक़ों में अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए कनाडा के राजनेता आलगावदियों और गैंगस्टरों को बढ़ावा दे रहे हैं. कनाडा के जो बर्न बे साउथ से न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद जगमीत सिंह धालीवाल, खालिस्तान रेफरेंडम के मुखर समर्थक रहे हैं और उनपर कनाडा में रह रहे सिख समुदाय को उकसाने का भी आरोप है. धालीवाल को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए ब्लैकलिस्ट भी किया जा चुका है.
वांटेड आतंकियों का गढ़ बना कनाडा: कनाडा, भारत में मोस्ट वांटेड आतंकियों का गढ़ बन चुका है. गुरवंत सिंह बाथ, पाकिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे का बेटा भगत सिंह बरार, मुनेन्दर सिंह बुआल, सतेन्दर पाल सिंह गिल सहित कई अन्य आतंकियों ने यहां पनाह ले रखी है.
इसके अलावा हाल के दिनों में भारत में गंभीर अपराध में शामिल कई गैंगस्टर्स भी यहां फल-फूल रहे हैं. मसलन- सतेंदर सिंह बरार उर्फ़ गोल्डी बरार, जो लॉरैंस बिश्नोई गैंग का एक्टिव मेंबर है और सिद्दू मूसेवाला व गुरलाल पहलवान की हत्या में शामिल रहा है.