महाभारत में ‘भीम’ का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार का लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन, देश के लिए जीते थे कई गोल्ड-सिल्वर मेडल

0

मुंबई 8 फरवरी 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)

बीआर चोपड़ा के मशहूर पौराणिक टीवी सीरियल ‘महाभारत’ में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती का निधन हो गया है, वह 74 साल के थे। प्रवीण कुमार सोबती एक एक्टर होने के अलावा एक जबर्दस्त एथलीट भी थे।

बताया जा रहा है कि निधन से पहले प्रवीण कुमार सोबती आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे और लंबे समय से वह बीमार भी चल रहे थे। अपनी कद काठी की वजह से प्रवीण कुमार सोबती लोगों के बीच मशहूर थे और महाभारत के लिए भीम के रोल में उन्होंने इस कदर जान फूँकी थी कि लोगों ने उन्हें खूब पसंद किया था।

महाभारत में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले अभिनेता गजेंद्र चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “आज सुबह ही एक और दुःखद समाचार मिला। मेरा महाभारत का भाई प्रवीण कुमार जी हम सबको छोड़कर अनंत यात्रा पे चला गया। विश्वास नही हो रहा। पा जी, आप हमेशा हमारी यादों में रहेंगे। ओम शांति ओम शांति ओम शांति।”

छोटे और बड़े पर्दे के दर्शकों के बीच प्रवीण कुमार सोबती ने कम समय में ही लोकप्रियता हासिल कर ली थी। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले प्रवीण कुमार ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अहम रोल अदा किए थे। फिल्मों में अक्सर वह विलेन के रोल में ही दिखते थे।

प्रवीण ने 1981 में ‘रक्षा’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म में उन्होंने विलेन का किरदार निभाया था। प्रवीण ने तकरीबन 50 फिल्मों में काम किया।

हालांकि, उनके करियर को असली पहचान बीआर चोपड़ा के सीरियल ‘महाभारत’ से मिली थी। उनकी आखिरी फिल्म साल 2013 में ‘महाभारत और बरबरीक’ थी जिसमें उन्होंने भीम का रोल निभाया था।

प्रवीण सोबती ने साल 2013 में राजनीति में भी कदम रखा था और आम आदमी पार्टी की टिकट पर वजीरपुर से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे ये चुनाव हार गए थे। 2014 में प्रवीण बीजेपी में शामिल हुए थे।

लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे प्रवीण कुमार ने अपने करियर में एक्टिंग के अलावा खेल में भी हिस्सा लिया था। वह एक एथलीट भी थे।

प्रवीण ने 1960 से लेकर 1970 तक एथलीट के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने 1966 और 1970 के एशियन गेम्स में डिस्क थ्रो में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा 1966 में कॉमन वेल्थ गेम्स और 1974 एशियन गेम्स में 2 सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 2 बार ओलंपिक्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। खेल की वजह से प्रवीण कुमार को बीएसएफ में डिप्टी कमांडर की नौकरी मिली थी, लेकिन उनकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, उन्होंने एक्टिंग का रुख किया।

उन्होंने एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल हासिल करके देश का नाम रोशन किया था। खेल की दुनिया में नाम कमाने के बाद उन्हें सीमा सुरक्षा बल की नौकरी भी मिली थी। बताया जाता है कि प्रवीण कुमार सोबती ने पीठ दर्द की शिकायत होने की वजह से ही खेल की दुनिया को अलविदा कहा था। इसके कुछ साल बाद ही प्रवीण कुमार सोबती ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ये भी पढ़ें