प्रधान आर्थिक सलाहकार बोले-कोरोना के कारण सर्विस सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित, कृषि पर कम असर

नई दिल्ली, 31 जनवरी: संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हुआ, जहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट पेश की। अब मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संसद में आम बजट पेश किया जाएगा।
देश के प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल आगामी वित्त वर्ष को उम्मीदों भरा मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में आर्थिक गतिविधियों में पूर्व-महामारी के स्तर पर पुनरुद्धार हुआ है।
सान्याल के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में लोगों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचा, लेकिन आर्थिक दृष्टि से उतनी घातक नहीं थी। इस वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले साल (7.3 प्रतिशत) की तुलना में 9.2 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सर्विस सेक्टर कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन से ज्यादा प्रभावित था। इसमें पर्यटन, ट्रैवल और होटल शामिल हैं। हालांकि कृषि क्षेत्र आश्चर्यजनक रूप से लॉकडाउन से कम प्रभावित था। ये सेक्टर वित्त वर्ष 2020-21 में ज्यादा, फिर 2021-22 में और ज्यादा वृद्धि की।
वहीं दूसरी ओर मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण 2021-2022 को प्रमुख आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम ने तैयार किया है। इसमें सरकार ने चौतरफा रुख अपनाया है। साथ ही कमजोर वर्गों के लिए भौतिक स्थिरता पर कड़ी नजर रखी गई। इसमें उन पहलुओं को भी ध्यान में रखा गया, जो आपूर्ति पक्ष सुधार शुरु करने में मदद करते हैं।