पंजाब विधानसभा चुनाव: कैप्टन अमरिंदर ने तीन सीटें लौटाईं, भाजपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ेंगे 73 उम्मीदवार
पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन में उतरी पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है।
अब उनकी पार्टी ने अपने हिस्से की तीन और सीटें भारतीय जनता पार्टी को लाैटा दी हैंं। अब कैप्टन की पार्टी पंजाब चुनाव में 29 सीटोंं पर मैदान में उतरेगी।
नवांशहर से पूनम, जीरा से अवतार व राजासांसी से मुखबिंदर को भाजपा ने दिया टिकट
कैप्टन की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) ने अपने हिस्से की तीन सीटें सोमवार को भाजपा को लौटा दीं। भाजपा ने तीनों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। नवांशहर से पूनम माणिक, जीरा से अवतार सिंह जीरा और राजासांसी से मुखबिंदर सिंह माहल को टिकट मिला है।
इससे पहले पांच सीटों पर भाजपा ने पीएलसी के उम्मीदवारों को अपना चुनाव चिन्ह कमल का फूल अलाट किया था। इस तरह से अब भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 73 उम्मीदवार मैदान में होंगे। पीएलसी के चुनाव चिन्ह पर 29 और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के चुनाव चिन्ह पर 15 उम्मीदवार मैदान में होंगे।
तीनों पार्टियों में हुए सीट बंटवारे के अनुसार पहले भाजपा को 65, पंजाब लोक कांग्रेस 37 और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को 15 सीटें मिली थीं। पीएलसी के शहरी क्षेत्र के पांच उम्मीदवारों ने कहा था कि वे अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह हाकी-बाल पर लड़ने के बजाय भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के फूल पर चुनाव लड़ेंगे। तीनों दलों ने अब अपने सभी उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। पीएलसी ने सोमवार को खडूर साहिब में अपने हिस्से की बची हुई एक सीट पर संतोख सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
मोदी अगले सात साल रहेंगे पीएम, पंजाब के विकास के लिए किया गठबंधन : कैप्टन
उधर पटियाला में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब के विकास के लिए स्थानीय राजनीतिक दलों का भाजपा के साथ गठबंधन जरूरी है। उन्होंने कहा कि जहां केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दो साल के कार्यकाल बाकी है वहीं अगले पांच साल के लिए भी केंद्र में मोदी की ही सरकार बनेगी। वहीं पंजाब की मौजूदा वित्तीय स्थिति इतनी खराब है कि राज्य अपने स्तर पर विकास नहीं कर सकता। पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी ने इसलिए विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया है ताकि अगले सात साल तक पंजाब का विकास प्रभावित न हो।
कैप्टन सोमवार को पटियाला शहरी सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। एक सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा कि भाजपा, पीएलसी और अकाली दल (संयुक्त) का मुकाबला किसी एक पार्टी के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन सबसे बड़ा है और बाकी सब छोटे-छोटे ग्रुप हैं। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कैप्टन ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद ही तीनों पार्टियों के नेता इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे।