मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्री नहीं लगाएगी पंजाब सरकार, सीएम भगवंत मान ने मीटिंग में किया एलान

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्री नहीं लगाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पब्लिक एक्शन कमेटी के साथ बैठक में यह एलान किया।सरकार बनने से पहले आम आदमी पार्टी ने भी यहां फैक्टरी लगाने का विरोध किया था।
लुधियाना शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाने का विरोध काफी तेज हो गया था। रविवार को पंजाब एक्शन कमेटी की अपील पर पंजाब के विभिन्न जिलों से पर्यावरण प्रेमी एकत्र हुए थे। इनका कहना था कि यहां किसी कीमत पर उद्योग स्थापित नहीं होने दिए जाएंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि मत्तेवाड़ा जंगल को खत्म कर उद्योग लगाए जाते हैं तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा। सतलुज नदी भी प्रदूषित हो जाएगी।
पीएसी के आह्वान पर लगाए धरने में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विधायक परगट सिंह, सुखपाल खैहरा तथा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ धरने में बैठे थे। राजा वड़िंग ने कहा था कि सरकार को मत्तेवाड़ा में उद्योग लगाने का फैसला वापस लेना चाहिए। पूर्व में कैप्टन अमरिंदर सिंह के सरकार के समय यहां उद्योग लगाने का प्रस्ताव पास हुआ था। उस समय भी विरोध हुआ था।
अकाली दल अमृतसर के सुप्रीमो व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भी इस फैसले का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले ही जंगल कम हैं। यहां डाइंग समेत कई उद्योग लगने से प्रदूषित पानी सतलुज में जाएगा। मालवा में सतलुज का पानी उपयोग में लाया जाता है। इससे कैंसर व अन्य बीमारियां फैलेंगी।
किसान नेता लक्खा सिधाना ने कहा कि मत्तेवाड़ा को बचाया जाना जरूरी है। गौरव मित्तल और मनिंदर सिंह ने कहा कि यहां उद्योग लगने से पर्यावरण का नुकसान होगा। वहीं लुधियाना पश्चिमी से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत सिंह गोगी भी मत्तेवाड़ा में उद्योग लगाने के विरोध में उतर आए थे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए उद्योग जरूरी हैं, लेकिन पर्यावरण संरक्षण की ओर भी ध्यान देना चाहिए। राज्य में जंगल कम हैं।