कैप्टन की राजनीति: प्रत्याशियों को ढूंढ रही पंजाब लोक कांग्रेस की ‘बी’ टीम, अन्य दलों में नजरंदाज लोगों पर नजर

पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय हो चुके है। पंजाब लोक कांग्रेस के बैनर तले चुनाव की ताल ठोक चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह की टीमें इस समय गुपचुप तरीके से काम में जुट गई है।
इसमें उनकी सबसे खास बी टीम है, जिसके जिम्मे प्रत्याशियों को ढूंढने का काम है। यह टीम केवल ग्रामीण एरिया में नहीं बल्कि शहरी एरिया में प्रत्याशियों को खोज रही है। महानगर लुधियाना के तीन हलकों पर इस टीम के सदस्य प्रत्याशियों की लिस्ट बनाने में लगे हैं। बीते लंबे समय में राजनीति में सक्रिय लोगों से संपर्क साधना भी शुरू हो चुका है।
लुधियाना के हलका ईस्ट, वेस्ट और साउथ में संभावित प्रत्याशियों की तलाश कर रही है। इसमें उन लोगों से संपर्क किया जा रहा है, जिन्हें उनकी पार्टी ने टिकट नहीं दिया है लेकिन वह जीत के बड़े दावेदार बन सकते हैं। कैप्टन की इस रणनीति से साफ है कि वह भाजपा के साथ मिलकर केवल ग्रामीण नहीं बल्कि शहरी एरिया की सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतार सकते हैं।
पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह साल 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपनी अलग पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन कर चुके हैं। वह चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ सीट शेयरिंग की बात कह चुके हैं। ऐसे में अभी उनके सामने सबसे बड़ी मुश्किल सही प्रत्याशियों को मैदान में उतारना है। इसका जिम्मा अपनी खास टीम को सौंपा है, जिसे राजनीतिक गलियारों में बी टीम कह कर बुलाया जा रहा है। इस टीम में शामिल सदस्य राजनीति में सक्रिय नहीं है। इसलिए उन पर कोई शक भी नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा इस टीम में मीडिया से जुड़े लोग भी शामिल हैं, जो राजनीति के दांवपेंच अच्छे से समझते हैं। यह टीम हलका वाइज संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट तैयार कर रही है।
लुधियाना के हलका ईस्ट, वेस्ट और साउथ में राजनीति में सक्रिय कुछ लोगों से संपर्क भी साधा गया है। एक बड़े दल में बीते कई सालों से सक्रिय राजनेता ने बताया कि इस टीम ने उनसे संपर्क किया है। क्योंकि उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दी गई है, इसलिए उन्हें पंजाब लोक कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है। फिलहाल उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। उनके अलावा हलके से कई अन्य लोगों से संपर्क किया जा रहा है। इसमें ज्यादा उन लोगों से संपर्क साधा जा रहा है, जिनका आम लोगों को जनाधार है।