बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पंजाब सरकार द्वारा जंगी स्तर पर राहत कार्य चलाए जा रहे

चंडीगढ (विवेक गौतम कोटला)
पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत पहुँचाने के लिए लगातार जंगी स्तर पर ठोस प्रयास किये जा रहे हैं मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा निर्देशों अनुसार चलाए जा रहे राहत कामों के बारे जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन बाढ़ों के कारण पंजाब राज्य के 14 जिलों के 1058 गाँव प्रभावित हुए हैं जिनमें सबसे अधिक गाँव रूपनगर जिले के हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि रूपनगर जिले के 364, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर के 268, पटियाला के 250, जालंधर के 71, मोगा के 30, होशियारपुर के 25, लुधियाना के 16, फ़िरोज़पुर और संगरूर के 3 और तरन तारन के 6 गाँव प्रभावित हुए थे और बीते 24 घंटों के दौरान बाढ़ों के कारण राज्य में 3 व्यक्तियों की मौत हुई है। यह मौतें फरीदकोट जिले में हुई है।प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में अब तक 49 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि 180 घरों के कुछ हिस्सों का नुकसान हुआ है।
प्रवक्ता ने बताया कि गौशाला ब्राह्मण माजरा, सरहन्द, ज़िला फतेहगढ़ साहिब में ज़िला प्रशासन के सहयोग से रैसक्यू आपरेशन चला कर 800 गायों को बचाया गया, जिनमें से एक गाय की मौत हो गई और 8 गायों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका इलाज चल रहा है। इसके साथ ही ज़िला फ़तेहगढ़ साहिब में 3 भैंसें, दो गायें, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर में 9 पशुओं की, शहीद भगत सिंह नगर में 2 गायों और 6300 मुर्गों, तरन तारन में 7 भैंसों और गायों और जालंधर जिले में 3 पशुओं की की मौत होने सूचना है।इसके इलावा सरहन्द शहर में बाढ़ के कारण सूअर के 8 बच्चों और 7 सूअरों और होशियारपुर में एक बकरी के मरने की भी सूचना है।
पंजाब राज्य जिसके अंतर्गत पंजाब के राहत और पुनर्वास विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित अलग-अलग जिलों में राहत कैंप लगाने के इलावा लोगों को राहत सामग्री बांटी जा रही है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राहत और पुनर्वास विभाग की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में अलग अलग स्थानों पर 127 राहत कैंप लगाए गए हैं जिनमें से पटियाला में 14 रूपनगर में 16, मोगा में 7 लुधियाना में 3 मोहाली में 22, एसबीएस नगर में 2 संगरूर में 2 फ़िरोज़पुर में 18, होशियारपुर में 3 तरन तारन में 7 और जालंधर में 33 कैंप लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इसके इलावा विभाग की तरफ से लोगों को राहत सामग्री भी बांटी गई जिसके अंतर्गत रूपनगर ज़िले में 16425 खाने के पैकेट और 1816 को दवाओं की बाँट, पटियाला में 12500 खाने के पैकेट, मोहाली में 2000 पैकेट, एस. बी. एस. नगर में 1500 पैकेट और फतेहगढ़ साहिब में खाने के 1000 पैकेट बाँटने के इलावा जालंधर में 100 राहत किटें बाँटी गई हैं। इसके इलावा 15185 और फूड पैक्ट भी बाँटे गए।
और जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य चलाने के लिए किश्तियां भी दीं गई हैं जिनमें पटियाला जिले को 21 किश्तियां, रूपनगर को 24, मोहाली को 5 फतेहगढ़ साहिब में 4 और फ़िरोज़पुर को 15 किश्तियां भेजी गई हैं।इसके साथ ही पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एस. बी. एस. नगर, फतेहगढ़ साहिब, तरन तारन और जालंधर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में से कुल 13574 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा चुका है।
इसके इलावा पशु पालन विभाग, पंजाब की तरफ से बाढ़ के दौरान किये जा रहे राहत कामों के विवरण देते उन्होंने बताया कि पशुओं के डाक्टरों और स्टाफ की रैपिड रिस्पांस टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। यह टीमें घर-घर जा कर पशुओं का इलाज कर रही हैं और ज़रूरत पड़ने पर किश्तियों का प्रयोग करके भी किसानों तक पहुँच की जा रही है। इसके साथ ही 11 जिलों की माँग पर दवाओं की खरीद के लिए प्रति ज़िला 50,000 रुपए जारी किये गए हैं।