रूस-यूक्रेन युद्ध-यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के लिए एडवायजरी जारी, अधिकारियों से बात किए बगैर बॉर्डर पोस्ट पर न जाने की सलाह
नई दिल्ली 26 फरवरी 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)
भारत और यूक्रेन के बीच इस समय युद्ध जारी है। रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार जुटी हुई है। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे बॉर्डर पोस्ट पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी बॉर्डर पोस्ट पर न जाएं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के वास्ते रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट (Bucharest) के लिए शनिवार सुबह मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी है।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई 1943 ने आज तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी और उसके भारतीय समयानुसार सुबह करीब दस बजे बुखारेस्ट एयरपोर्ट पर पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गए हैं। उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जाएंगे, ताकि उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके।
बृहस्पतिवार को यूक्रेन के अधिकारियों ने यात्री विमानों के परिचालन के लिए अपने देश का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, इसलिए भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए ये उड़ानें बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से परिचालित की जा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने से पहले एयर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक विमान भेजा था, जिसमें 240 लोगों को भारत वापस लाया गया था।
भारत को रोमानिया और हंगरी से मिल रहा समर्थन
एयर इंडिया ने 24 और 26 फरवरी को दो और उड़ानों के संचालन की योजना बनाई थी, लेकिन रूस के 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने और इसके बाद यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका। एअर इंडिया ने शुक्रवार रात को ट्वीट करके बताया कि वह दिल्ली और मुंबई से शनिवार को बी 787 विमान बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के लिए परिचालित करेगा। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि वह रोमानिया तथा हंगरी से आने वाले मार्गों को निर्धारित करने का काम कर रहा है। दूतावास ने कहा, ‘वर्तमान में, अधिकारियों की टीम उझोरोद के पास चोप-जाहोनी हंगरी सीमा, चेर्नीवत्सी के पास पोरब्ने-सीरेत रोमानियाई सीमा चौकियों पर पहुंच रही है।’
भारतीय नागरिकों को झंडा के प्रिंंट निकालने की सलाह
दूतावास ने कहा कि इन सीमा जांच चौकियों के करीब रह रहे भारतीय नागरिकों, विशेष कर छात्रों को विदेश मंत्रालय के दलों के साथ समन्वय कर व्यवस्थित तरीके से रवाना होने की सलाह दी जाती है। उसने कहा कि एक बार जब ये मार्ग चालू हो जाएंगे तो भारतीय नागरिकों को खुद से यात्रा करने के लिए सीमा जांच चौकियों की ओर बढ़ने की सलाह दी जाएगी। दूतावास ने भारतीयों को अपना पासपोर्ट, नकदी (प्राथमिक रूप से डॉलर में), अन्य आवश्यक वस्तुएं और कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र सीमा जांच चौकियों पर अपने पास रखने की सलाह दी है। दूतावास ने कहा है कि भारतीय झंडे का प्रिंट निकाल लें और यात्रा के दौरान वाहनों तथा बसों पर उन्हें चिपका दें।