समाज परिवर्तन में 97 वर्षों से लगा है संघ – रामगोपाल

चंडीगढ़, मानसा 9 अक्तूबर 2022(सचित गौतम कोटला)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मानसा की ओर से आज स्थानीय शांति भवन में विजयादशमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शस्त्र पूजन किया गया। स्वयंसेवकों ने कदम से कदम मिलाकर चलते हुए शहर के प्रमुख मार्गो पर पथसंचलन किया । इस अवसर पर बोलते हुए धर्म जागरण के पंजाब प्रमुख श्री राम गोपाल जी ने आज भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस तथा शरद पूर्णिमा की सबको को शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा की आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के 77 वर्ष पूरे कर रहा हैं। अपनी इस यात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने स्वयंसेवकों के व्यक्तिगत विकास, सामाजिक तथा देश की उन्नति में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया है।
रामगोपाल जी ने कहा क्योंकि की संघ की स्थापना विजयादशमी वाले दिन हुई है जिस दिन का अर्थ है अधर्म के ऊपर धर्म की विजय। धर्म की रक्षा और विजय के लिए ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई है । इस कार्य के लिए संघ ने दैनिक शाखा पद्धति को अपनाया है। शाखा के माध्यम से आने वाले व्यक्ति के जीवन में अनुशासन देश भक्ति तथा संगठन का भाव पैदा किया जाता है। इस प्रकार के व्यक्तियों के माध्यम से देश को चलाने वाली व्यवस्थाओं को देश के अनुकूल बनाने के लिए प्रयास हुए हैं । इसीलिए आज भारतीय संस्कृति के अनुसार शिक्षा देने वाले विद्या भारती के 15,000 से अधिक विद्यालय चल रहे हैं। राष्ट्रीय सेवा भारती के झुग्गी झोपड़ियों में सेवा के पौने दो लाख सेवा प्रकल्प चल रहे। भारतीय मजदूर संघ विश्व का सबसे बड़ा मजदूर संघ है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारत का सबसे बड़ा विद्यार्थी संगठन है। राजनीति क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है जिसका एक कार्यकर्ता विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का प्रधानमंत्री है। इसके अतिरिक्त सैकड़ों संगठन देश के संचालन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।समाज परिवर्तन के लिए ग्राम विकास , गो सेवा , परिवार प्रबोधन, सामाजिक समरसता , हरयावल पंजाब, विरसा संभाल मुहिम चलाई जा रही है। रामगोपाल जी ने स्वयंसेवकों से अपील की कि वे सब मिलकर समाज परिवर्तन के इस भागीरथ प्रयास में समाज की सज्जन शक्ति का सहयोग लेकर इन गतिविधियों के कार्य में तेजी लाए।
पंजाब प्रमुख ने समाज की सज्जन शक्ति से निवेदन किया वे संघ के द्वारा चलाए जा रहे समाज भलाई के कार्यों को देखकर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान करें । उनके इस आशीर्वाद से समाज कार्य को अत्यंत गति प्राप्त होगी।कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों का सराहनीय सहयोग रहा। स्वयंसेवकों का उत्साह देखने लायक था।