पंजाब: त्रिकोणीय गठबंधन में सीटों का बंटवारा, 65 सीट पर लड़ेगी भाजपा, 37 पंजाब लोक कांग्रेस और 15 शिअद संयुक्त को
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए त्रिकोणीय गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि भाजपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, पंजाब लोक कांग्रेस प्रमुख 37 सीटों पर और शिअद-संयुक्त प्रमुख 15 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। नड्डा ने कहा कि पंजाब पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सुरक्षा एक बहुत छोटा सा मुद्दा है। यह चुनाव स्थिरता और सुरक्षा के लिए है। पंजाब को पटरी पर लाना हमारा मकसद है। नड्डा ने कहा कि 1984 के दंगों की जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एसआईटी का गठन किया है और आज आरोपी जेलों में हैं। हम पंजाब में ‘माफिया राज’ खत्म करेंगे।
पंजाब चुनाव के लिए त्रिकोणीय गठबंधन (भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त) ने सिखों को लेकर विशेष रणनीति बनाई है। चुनावी मंथन के बाद गठबंधन के सभी सहयोगियों ने तय किया है कि विधानसभा की कुल 117 सीटों में 70 पर सिख चेहरों को उतारा जाए। अकेले भारतीय जनता पार्टी ने ही 33 से 35 सिख चेहरों को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। गठबंधन के अन्य साथी पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को भी इसी रणनीति पर उम्मीदवार उतारने की भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सलाह दी है।
तीनों राजनीतिक दलों के लिए चुनाव बेहद अहम
अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा के शिअद से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ चुनाव लड़ रही है। त्रिकोणीय गठबंधन में शामिल तीनों राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव विशेष अहम हैं। कैप्टन के साथ ही भाजपा के लिए भी पंजाब चुनाव में जीतना राज्य में आगे का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। यही वजह है कि भाजपा सहित अन्य गठबंधन के दल पंजाब चुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं।
पंजाब में हमेशा से ही चुनाव में सिख धुरी रहे हैं, इसलिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ मिलकर अन्य सहयोगियों ने सिखों को लेकर विशेष रणनीति बनाई है। जिसमें तय किया गया है कि 117 विधानसभा सीटों में से अधिकतर सीटों पर सिख चेहरों को ही उतारा जाए। भाजपा के कुछ नेताओं ने बताया कि तीनों दलों ने तय किया है कि भाजपा लगभग 35 सीटों पर सिख चेहरों को उतारेगी। इनमें से अधिकांश चेहरे किसान और अन्य पिछड़ा वर्ग के शामिल किए जाएंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कैप्टन और ढींडसा को भी अधिक से अधिक उम्मीदवार इसी फार्मूले पर उतारने की सलाह दी है।