अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रहे शिवकुमार पारीक का निधन

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रहे शिवकुमार पारीक का आज निधन हो गया। शिवकुमार पारीक 83 वर्ष के थे। लंबे समय से बीमार चल रहे पारीक ने शनिवार को दिल्ली में अंतिम सांस ली।
उनका अंतिम संस्कार रविवार को जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम में होगा। पारीक ने 60 साल से अटल बिहारी का हाथ थामे रखा, वे दिल्ली एम्स में भी अंत तक उनकी सेवा में जुटे रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक रहे पारीक जनसंघ के समय से ही अटल बिहारी वाजपेयी के साथ थे। 1957 में चुनाव जीतकर अटलजी लोकसभा पहुंचे थे। उनके बोलने के अंदाज से विपक्षी दल के नेता भी खासे प्रभावित थे। तभी किसी ने सुझाव दिया कि अटलजी को निजी सहायक की जरूरत है। इसके बाद नानाजी देशमुख ने आरएसएस के मजबूत कार्यकर्ता शिव कुमार पारीक का नाम सुझाया था।
पारीक कई साल तक अटलजी के निजी सचिव रहे। इन दोनों के बीच अटूट और अटल रिश्ता इसलिए, क्योंकि राजनीति में अटलजी के सक्रिय नहीं रहने के बाद भी पारीक ने उनका हाथ थामे रखा। जब अटल जी दिल्ली में रहते थे तो शिवकुमार पारीक लखनऊ स्थित उनके संसदीय क्षेत्र के कामकाज को संभालते थे। कई मौकों पर अटल बिहारी वाजपेयी ने शिवकुमार पारीक के घर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत भी की थी।
पारीक का परिवार जयपुर का मूल निवासी है। पारीक के निधन पर कई पार्टियों ने नेताओं ने शोक जताया है। पारीक के दो पुत्र महेश और दिनेश हैं। पारीक के निधन पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर लिखा कि, जनसंघ के जमाने से पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी के घनिष्ठ सहयोगी रहे श्री शिवकुमार पारीक जी के निधन के समाचार से गहरा दुःख हुआ है। राष्ट्रवादी विचारों, मानवी मूल्यों और आदर्शों से उन्होंने असंख्य कार्यकर्ताओं को पोषित करने का भी काम किया। जब भी आदरणीय शिवकुमार जी का सानिध्य मिला उन्होंने सदैव मेरा मार्गदर्शन किया व शुभेच्छु रहे। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपनी शरण में लें एवं उनके परिजनों को संबल प्रदान करें। ॐ शांति