कोविड को लेकर चन्नी सरकार के फैसले से टीचर और पेरेन्ट्स नाखुश, बोले- डिमांड पूरी करो वरना नहीं देंगे वोट

0

पंजाब में विधानसभा चुनाव शुरू होने में अब गिनती के दिन बचे हैं। इस बीच यहां कई स्कूली छात्रों के माता-पिता और टीचर्स चन्नी सरकार के एक फैसले से नाराज हो गए हैं। नाराज पेरेन्ट्स और टीचर्स ने शनिवार को राज्य में अलग-अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किया।

इनका कहना है कि अगर उनकी डिमांड पूरी नहीं हुई तो वो इस चुनाव में वोट नहीं डालेंगे।

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है, ‘अगर स्कूलों को दोबारा नहीं खोला गया तो हम वोट नहीं डालेंगे।’ पंजाब की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार राज्य में बढ़ते कोविड-19 के केसों को देखते हुए स्कूलों को 8 फरवरी तक बंद करने का फैसला किया था। अब स्कूल प्रशासन, शिक्षक और माता-पिता स्कूलों को बंद करने की समय सीमा बढ़ाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

राज्य में “Punjab Unaided School Association” के बैनर तले छात्रों के माता-पिता और शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। बरनाला जिले में करीब 100 लोगों ने राज्य में स्कूलों को बंद किये जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में स्कूल प्रबंधन के लोग, टीचर्स, गैर-शैक्षणिक स्टाफ और छात्रों के माता-पिता शामिल थें। इन लोगों ने स्कूलों को दोबारा खोलने की मांग की है।

एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल एमए सैफी ने कहा, जिले के करीब 10 स्कूलों के प्रतिनिधि, शिक्षकों और पेरेन्ट्स ने इस प्रदर्शन में यहां हिस्सा लिया। हमारी सिर्फ इतनी मांग है कि स्कूलों को दोबारा खोला जाए। इसी तरह का प्रदर्शन पूरे पंजाब में चल रहा है। पिछले साल स्कूल करीब 9 महीने तक बंद थे और अब एक बार फिर 5 जनवरी से स्कूल से लगातार बंद हैं। हमारे स्कूलों के कर्मचारी और बच्चों को टीकाकरण हो चुका है।’

एक छात्रा के परिजन जगदीप कौर ने कहा, ‘मोबाइल फोन पर पढ़ाई करने की वजह से छात्रों की आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। मेरा बेटा भी पढ़ाई में अच्छा नहीं कर रहा है। इसलिए हम चाहते हैं कि स्कूल खुलें। चुनावी रैलियां हो रही हैं लेकिन स्कूल बंद हैं।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *