स्वामी विवेकानंद के ये दस अनमोल विचार, आपके लिए बन सकते है जीवन मंत्र

चंडीगढ (आज़ाद वार्ता)
भारत में हर साल 12 दिसंबर को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के रूप मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का सम्मान करने के लिए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इस साल ये 26वां राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। उसके बाद 1985 से हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद एक दार्शनिक, आध्यात्मिक नेता और शिक्षक थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और भारत में हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
स्वामी विवेकानंद को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान और भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के उनके प्रयासों के लिए भी जाना जाता है। शिक्षा, राष्ट्रवाद और आध्यात्मिकता पर उनकी सीख युवाओं के लिए प्रेरणा है। स्वामी विवेकानंद के ऐसे विचार और कोट्स हैं, जो आपके जीवन में एनर्जी और पॉजिटिविटी ला सकते हैं। ऐसे में हम आपको स्वामी विवेकानंद के 10 अनमोल विचार बताते हैं जो किसी के लिए भी उनका जीवन मंत्र बन सकते हैं।
- ”उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए”
- ”ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं, वो हमीं हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है”
- ”जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे, यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को ताकतवर सोचते हो तुम ताकतवर हो जाओगे”
- ”खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है”
- ”हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा, और परमात्मा उसमे बसेंगे।”
- ”किसी दिन जब आपके सामने कोई समस्या न आए, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं”
- ”सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना, स्वयं पर विश्वास करो”
- ”एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ”
- ”बस वही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं”
- ”जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है”