पीजीआई चंडीगढ़ में फिर शुरू हुआ पंजाब के मरीजों का इलाज, पीएम मोदी के निर्देश पर सुलझा विवाद

चंडीगढ़ (आज़ाद वार्ता)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर पीजीआई ने पंजाब के मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज दोबारा शुरू कर दिया है। ताकि पंजाब के जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को इलाज के लिए वंचित न रहना पड़े।
डिप्टी डायरेक्टर कुमार गौरव धवन ने बताया कि पीजीआइ प्रशासन की ओर से यह कदम प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर उठाया गया है। वहीं, पंजाब के स्वास्थ्य सचिव की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि अगले कुछ दिनों के अंदर पंजाब सरकार की ओर से आयुष्मान भारत योजना के तहत पीजीआइ चंडीगढ़ को बकाया धनराशि जोकि करीब 16 करोड़ रुपये है, वह जारी कर दी जाएगी।
पंजाब से फंड न मिलने से मरीजों के इलाज में आ रही थी दिक्कत
डीडीए धवन ने बताया कि पीजीआइ हमेशा से जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए आगे आता है, लेकिन पीजीआइ को भी केंद्र सरकार को कई चीजों को लेकर जवाब देना पड़ता है। पंजाब सरकार पर पीजीआइ चंडीगढ़ का आयुष्मान भारत योजना के तहत 16 करोड़ रुपये बकाया है। पीजीआइ प्रशासन इसे लेकर बीते दिसंबर 2021 से लगातार बकाया धनराशि जारी करने को लेकर लिखित में सूचित करता रहा है।
पीजीआइ ने केंद्र को भी दी थी सूचना
पीजीआइ ने चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से केंद्र सरकार को यह सूचित कर दिया गया है कि उन्होंने पंजाब राज्य स्वास्थ्य अथारिटी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अथारिटी को पंजाब पर बकाया धनराशि को लेकर एक अप्रैल, 13 मई और 7 जून को सूचित किया गया था। योजना के तहत पंजाब से फंड ना मिलने की वजह से पीजीआइ को भी पंजाब के जरूरतमंद मरीजों का इलाज करने में दिक्कतें आने लगी थी। इस वजह से मजबूरी में पीजीआइ प्रशासन की ओर से एक अगस्त से आयुष्मान योजना के तहत पंजाब के लोगों का इलाज बंद करना पड़ा था।
मरीजों को सिर्फ देना होगा सेवा शुल्क
पीजीआई में शुक्रवार देर शाम से पंजाब के मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज शुरू कर दिया गया है। पीजीआइ प्रशासन की ओर से यह बताया गया है कि पंजाब से इस योजना के तहत इलाज के लिए आने वाले मरीजों को केवल सेवा शुल्क देना होगा।