वृंदावन: संत प्रेमानंद जी महाराज से जुड़े दो बड़े घटनाक्रम – हादसा और धमकी, भक्तों में चिंता और आक्रोश

वृंदावन, 12 अगस्त 2025 (सचित गौतम)
वृंदावन के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु संत प्रेमानंद जी महाराज इन दिनों दो बड़ी घटनाओं के कारण चर्चा में हैं। एक ओर, उनकी पदयात्रा के दौरान एक हादसा होते-होते टल गया, वहीं दूसरी ओर, उन्हें सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली है। इन दोनों घटनाओं ने भक्तों में चिंता और धार्मिक संगठनों में गुस्सा भर दिया है।
पहली घटना: पदयात्रा में हादसा कैसे टला
📌 क्या हुआ?
कुछ दिन पहले वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज की पदयात्रा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए थे। स्वागत के लिए रास्ते में कई जगह भारी-भरकम लोहे के ढांचे (एंगल फ्रेम) और सजावट लगाई गई थी।
📌 कैसे हुआ हादसा?
जैसे ही महाराज का काफिला एक मोड़ पर पहुंचा, वहां लगाया गया लोहे का ढांचा अचानक डगमगाने लगा। तेज हवा और भीड़ के दबाव से वह एक तरफ झुक गया और गिरने की स्थिति में आ गया।
📌 क्या परिणाम हुआ?
पास खड़े भक्तों और आयोजकों ने तुरंत ढांचे को संभाल लिया और महाराज को आगे बढ़ा दिया। अगर ढांचा गिर जाता तो गंभीर चोटें या भगदड़ की संभावना थी।
📌 क्यों चिंता बढ़ी?
इस घटना ने आयोजकों की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए। भक्तों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन होना चाहिए।
दूसरी घटना: फेसबुक पर जान से मारने की धमकी
📌 क्या हुआ?
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक पर एक युवक ने पोस्ट डालकर संत प्रेमानंद जी महाराज को जान से मारने की धमकी दी।
📌 क्यों दी धमकी?
बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान “लड़के-लड़कियों के बीच दोस्ती” और आधुनिक रिश्तों पर टिप्पणी की थी, जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया। धमकी देने वाले युवक ने इसी बयान को लेकर आपत्ति जताई।
📌 कैसे फैली खबर?
यह पोस्ट कुछ ही घंटों में वायरल हो गई, जिसके बाद हिंदू संगठनों और संत समुदाय में आक्रोश फैल गया। कई धार्मिक नेताओं ने इसे संत समाज पर सीधा हमला बताया।
📌 प्रशासन ने क्या किया?
मथुरा पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए FIR दर्ज कर ली है। साइबर सेल आरोपी की लोकेशन और पहचान में जुटी है।
भक्तों और संगठनों की प्रतिक्रिया
- भक्तों की मांग: महाराज की सुरक्षा बढ़ाई जाए और आयोजनों में पुलिस की मौजूदगी सुनिश्चित की जाए।
- संत समाज का रुख: यह केवल एक संत पर हमला नहीं, बल्कि हिंदू आस्था पर चोट है।
- पुलिस का बयान: जांच जारी है, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
आगे क्या?
- पदयात्राओं और धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा।
- सोशल मीडिया पर इस तरह की धमकियों को लेकर साइबर निगरानी बढ़ेगी।
- संत प्रेमानंद जी महाराज की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।