अति महत्वपूर्ण दिन 14 मई 1710- सरहिंद विजय दिवस

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प्रस्तुति – नवीन चन्द्र पोखरियाल रामनगर, जिला नैनीताल उत्तराखंड

आज का दिन अर्थात 14 मई सिख इतिहास का अति महत्वपूर्ण दिन है। आज ही के दिन 1710 ईसवी में सिख पंथ के प्रथम जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर ने सरहिंद को जीत कर प्रथम सार्वभौम सिख राज्य की स्थापना की थी। उस समय कोई सोच भी नहीं सकता था कि शक्तिशाली मुगल साम्राज्य को हराया भी जा सकता है। मगर गुरू गोबिंद सिंह जी की बख्शीश से बाबा बंदा सिंह बहादुर जी ने असंभव को संभव कर दिखाया।

वास्तव में जब गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज ने बाबा बंदा सिंह बहादुर जी को नांदेड़ से पंजाब की ओर भेजा, तब बाबा बंदा सिंह बहादुर ने यहाँ आकर सिख सेनाओं को एकत्रित किया तथा छोटे छोटे युद्ध लडे़ तथा लगातार विजय प्राप्त की, जिस से सिखो में आत्मविश्वास जागृत हुआ। अपने नेतृत्व के प्रति निष्ठा में वृद्धि हुई एक केसरी निशान के नीचे एकत्रित हो कर मुगलों का सामना किया तथा ऐसी विजय प्राप्त की जिसने न केवल मुगलों के अविजित होने का भरम तोड़ा अपितु हिंदुस्तान की शक्लोसूरत को भी बदल कर रख दिया।

बाबा बंदा सिंह बहादुर का जन्म 16 अक्टूबर, 1670 को जम्मू में हुआ था। बाबा बंदा सिंह बहादुर ने सोनीपत, कैथल, समाना, घुढ़ाम, ठसका, शाहबाद, मुस्तफाबाद, कपूरी, सफोरा और छतबनूढ़ पर कब्जा किया। 12 मई, 1710 को (चपड़चिड़ी के मैदान) भयंकर युद्ध में सूबेदार वजीर खां मारा गया। 14 मई, 1710 ई. को सिख विजयी बनकर सरहिंद में दाखिल हुए थे।

7 दिसंबर, 1715 को मुगल फौज ने गुरदास नंगल की गढ़ी पर कब्जा कर लिया। बाबा बंदा सिंह बहादुर मुगल फौज ने बंदा बहादुर को कैद कर लिया। उनको एक बड़े लोहे के पिंजरे में बंद कर दिया गया।

9 जून, 1716 को जुलूस की शक्ल में बाबा बंदा सिंह बहादुर तथा उनके चार वर्षीय पुत्र को अनेक सिखों के साथ कुतुबमीनार के समीप ले जाया गया।

बाबा बंदा सिंह बहादुर के पुत्र अजय का दिल निकाल कर उनके मुंह में डाला गया। 9 जून, 1716 को दिल्ली में अनेक कष्ट झेलते हुए बाबा बंदा सिंह बहादुर शहीद हो गए।

यदि इतिहास का सही मूल्यांकन किया जाए तो यह युद्ध ही हिंदुस्तान की आजादी की पहली लड़ाई थी। भले ही यह खुदमुखतार राज अल्पकाल तक ही रहा मगर हिन्दुस्तानियों के मन में आज़ादी की ज्वाला सदा के लिए जला गया। आज के इस ऐतिहासिक दिवस पर बाबा बंदा सिंह बहादुर जी व उन अनेकानेक शहीदों को शत शत नमन।

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