विधानसभा चुनाव उत्तराखंड 2022-बीजेपी में भितराघात की आशंका हुई तेज, विधायक और नेताओं के बाद मंत्री चुफाल बोले ‘गद्दारों’ के कारण हो सकता है नुकसान

देहरादून, उत्तराखंड 21 फरवरी 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)
उत्तराखंड बीजेपी में लगातार चुनाव में भितरघात के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों ही राज्य में बीजेपी के विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष पर गद्दारी करने का आरोप लगाया था। विधायक संजय गुप्ता का कहना था कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कई प्रत्याशियों को हराने की साजिश रची थी। वहीं इससे बाद कई पार्टी के कई नेताओं ने चुनाव में भितरघात की आशंका जताई है। वहीं अब इसमें पुष्कर सिंह धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री और डीडीहाट से बीजेपी उम्मीदवार विशन सिंह चुफाल ने भी पार्टी में भितरघात की आशंका जताई है।
असल बात तो यह है कि चुनाव एक ऐसा आयोजन है जिसमें जनता प्रत्याशी के अतीत व वर्तमान को ध्यान में रखकर भविष्य के लिए या तो उसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है अथवा नकार देती है। अतीत में सारे प्रत्याशियों में भाईचारे की भावना होती थी, परंतु अब इसके स्थान पर नफरत की भावना बलवती होती जा रही है। इसका प्रमुख कारण चुनाव में भारी-भरकम खर्च, शराब, पैसे के लेनदेन ने चुनावी संस्कृति को बदनाम कर दिया है। आज प्रत्याशी जो असल में जनसेवक होता है वह अपने आपको शहंशाह समझने लगते हैं।
असल में ये उच्च महत्वाकांक्षी, पोस्टरों में अक्सर दिखाई देने वाले नेता जो अपने स्वयं के आंकलन से अपने आपको विधायक प्रत्याशी मान लेते हैं, टिकट न दिए जाने पर भितरघात करने से बिल्कुल भी नहीं चूकते। पहले जिन्हें कोई भी पार्टी टिकट नहीं देती थी, वह आसानी से मान जाते थे, मगर अब या तो विरोध में निर्दलीय खड़े हो जाते हैं या फिर मान-मनौव्वल की आकांक्षा रखने लगे हैं। इतना सब होने के बावजूद भी अपने स्तर पर प्रत्याशी को हराने की पुरजोर कोशिश करते हैं।
कैबिनेट मंत्री चुफाल ने कहा कि राज्य की कई विधानसभा सीटों पर पार्टी को कड़ा मुकाबला मिल सकता है और जिन सीटों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और संगठन के अधिकारियों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, उन लोगों पर आलाकमान को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं चुफाल ने कहा कि उनकी सीट डीडीहाट में भी भितरघात हुआ है। लेकिन इससे उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं होगा। पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में हुए हाल के चुनावों में कुछ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी के खिलाफ काम किया और हाईकमान को चाहिए कि ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं चुफाल के बयान के बाद ये साफ हो गया है कि पार्टी के जो नेता पहले आरोप लगा रहे थे। उसमें कुछ तो सच्चाई है। हालांकि पार्टी आलाकमान अभी इस मामले में शांत है और वह चुनाव के बाद बड़े फैसले कर सकता है।
यमुनोत्री से बीजेपी प्रत्याशी ने भी लगाए आरोप
वहीं एक दिन पहले यमुनोत्री विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार केदार सिंह रावत ने भी पार्टी के सहयोगियों पर उनके खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है। रावत ने कहा कि उन्हें अपनी जीत पर भरोसा है और अगर पार्टी के कुछ पदाधिकारी उनके खिलाफ काम नहीं करते तो जीत का अंतर और बड़ा हो सकता था।
बीजेपी को 10 मार्च का इंतजार
फिलहाल राज्य में कई नेता पार्टी के पदाधिकारियों पर भितरघात का आरोप लगा चुके हैं। पार्टी के लक्सर से विधायक संजय गुप्ता ने तो प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को गद्दार तक कह दिया और कहा कि उन्होंने उन्हे हराने के लिए विरोधियों की मदद की। वहीं बीजेपी भी चुनाव परिणाम के इंतजार में है और पार्टी नेताओं का कहना है कि राज्य में चुनाव परिणाम के बाद बनने वाली परिस्थिति के आधार पर फैसले किए जाएंगे।