राष्ट्रपति चुनाव के लिए पंजाब विधानसभा में मतदान जारी , सीएम भगवंत मान ने भी की वोटिंग

चंडीगढ़ (आज़ाद वार्ता)
पंजाब में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मतदान किया । विधायक सुबह 10 बजे से मतदान कर रहे हैं। मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा।
इसके लिए विधान सभा में कमेटी रूम में वोटिंग सेंटर बनाया गया । पंजाब विधान सभा में राज्य में विधायक मतदान कर रहे हैं। चंडीगढ़ में मतदान के लिए किसी भी सांसद ने आवेदन नहीं किया है। सांसद नई दिल्ली में मतदान कर रहे हैंं।
मतदान करने के बाद भगवंत मान ने कहा कि आज संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव में मैंने अपने वोट की ताकत का इस्तेमाल किया। आशा है..माननीय राष्ट्रपति के पद पर जो भी आसीन होगा..देश की प्रगति, समावेशिता, भाईचारा और एकता-अखंडता को बनाए रखने के लिए काम करेगा।
शिअद विधायक दल के नेता अयाली का द्रोपदी मुर्मू को वोट देने से किया इन्कार
मतदान के दौरान शिरोमणि अकाली दल को अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। शिअद विधायक दल के नेता मनप्रीत सिंह आयाली ने एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को वोट देने से इन्कार कर दिया। शिरोमणि अकाली दल ने द्रोपदी मुर्मू को वोट देने का ऐलान किया था।
मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि मेरा जमीर नहीं मानता कि एनडीए के उम्मीदवार को वोट दूं। एनडीए ने पंजाब के मसले हल नहीं किए। न तो चंडीगढ़ पंजाब को दिया गया है, न ही नदी जल विवाद का हल और न पंजाबी भाषी इलाके दिए गए हैं। अयली ने कहा कि वह किसी के पक्ष में भी मतदान नहीं करेंगे।
राज्य की आम आदमी पार्टी के कई मंत्रियों सहित अन्य नेताओं ने अपने वोट डाले हैं। मतदान करनेवालाें में राज्य के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर व हरभजन सिंह ईटीओ, कांग्रेस विधायक दल के नेता व राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा व अन्य कांग्रेस विधायक और भाजपा विधायक व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा भी प्रमुख रूप से शामिल हैं।

राष्ट्रपति चुनाव में पंजाब विधानसभा मे वोट डालते राज्य के मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ।
बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन दिया है। दूसरी ओर, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया है।
राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए विधायकों को बैलट पेपर दिया जा रहा है। इसमें एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू और कांग्रेस समर्थित यशवंत सिन्हा का नाम लिखा है। विधायक को अपनी प्राथमिकता बतानी होगी। जिसे वह पहली प्राथमिकता में रखते है वहां पर उन्हें 1 लिखना होगा। और दूसरे के आगे 2 लिखना होगा। अगर विधायक नंबर नहीं लिखते है और निशान मात्र लगाते है तो वह बैलट पेपर अमान्य हो जाएगा।

राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने पंजाब विधानसभा में पहुंचे भाजपा विधायक अश्वनी शर्मा।
बैलट पेपर पर नंबर भी विशेष पैन से ही देना होता है, जोकि चुनाव आयोग की तरफ से भेजा जाता है। आम आदमी पार्टी द्वारा कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी यशवंत सिन्हा का समर्थन करने से उनका पक्ष भारी है। क्योंकि आप के 92 विधायक और 7 राज्य सभा सदस्य है। वहीं, कांग्रेस के 18 विधायक व 8 सांसद है। यशवंत सिन्हा को पंजाब से 23,376 मिलने तय है। बता दें कि एक विधायक के वोट की वेल्यू 116 है और सांसद व राज्य सभा सदस्य के वोट की वेल्यू 700 है।