Weather Alert: इस साल कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, मौसम वैज्ञानिकों ने बताई यह वजह

नई दिल्ली: दिवाली के बीतते ही ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। दिन में धुंध तो रात में ठंड बढ़ गई। रात का पारा घटने लगा है। तराई से लेकर पहाड़ तक न्यूनतम तापमान में सामान्य से दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम के जानकारों की मानें तो 13 नवंबर के बाद रात और दिन में सर्दी बढ़ जाएगी। क्योंकि रात और दिन के तापमान में कम से कम दो डिग्री कम हो जाएगा। भारतीय मौसम विभाग ने इस साल कड़ाके की ठंड की संभावना व्यक्त की है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस साल प्रशांत क्षेत्र में ला-नीना तेजी से उभर रहा है। इसमें समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होना शुरू हो जाता है। इसका सीधा असर हवाओं पर पड़ता है। ला-नीना असर के कारण मौसम विभाग ने उत्तर भारत के साथ ही उत्तर पूर्व एशिया में ठंड की चेतावनी जारी की है।
जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह के मुताबिक देरी से मानसून विदा होने और ला-नीना प्रभाव के कारण तापमान में तेजी से गिरावट शुरू हो गई है। तराई में आने वाले दिनों में तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। पहाड़ों पर भी न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है।
प्रशांत महासागर में ला-नीना के प्रभाव के चलते उत्तर भारत सहित उत्तरपूर्व एशिया में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। बताया कि ला-नीना की स्थिति एक से दो माह रहती है, जिसमें ग्लोबल फैमिना के चलते समुद्री पानी ठंडा हो जाता है।
इस स्थिति में जब अमेरिका में समुद्री पानी गर्म होगा, तब भारत में समुद्री पानी ठंडा हो जाता है और उससे आने वाली हवाएं ठंडी हो जाती हैं। इसी प्रकार जब अल-नीनो होता है तब समुद्री पानी गर्म हो जाता है और उससे हवाएं गर्म आती हैं। जिससे बारिश नहीं होती और सूखे की स्थिति बनती है।
अरब सागर में बने हवाओं के चक्रवात के कारण दक्षिण की ओर से आ रही गर्म हवाओं और उत्तर-पश्चिम की ओर से आ रही ठंडी हवाओं के टकराने से दिन का तापमान नहीं घटा जबकि शनिवार-रविवार की रात को तापमान बढ़ गया। अगले पांच दिन मौसम कुछ इस तरह ही रहने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अरब सागर की ओर से आ रही हवाएं जैसे ही कमजोर पड़ेंगी वैसे ही सर्दी बढ़ जाएगी।