ये कैसी मनोवृत्ति और अराजकता -जहाँ शकीना ग्राम प्रधान, वहाँ अब काँवड़ यात्रा नहीं है आसान

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मर्दों ने रोका रास्ता, औरतों ने छतों से फेंके पत्थर-गंदा पानी, बंद करवाया डीजे

लखनऊ, उत्तर प्रदेश 30 जुलाई 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)

उत्तर प्रदेश के बरेली में कॉंवड़ियों का रास्ता रोके जाने, उन पर गंदा पानी फेंकने और पथराव की घटना सामने आई है। आरोप महिला ग्राम प्रधान शकीना के ससुर इश्तियाक और उसके सहयोगियों पर है। बताया जा रहा है कि काँवड़ियों पर डीजे बंद करने का दबाव भी बनाया गया। पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना शुक्रवार (29 जुलाई 2022) की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला कैंट थानाक्षेत्र के गाँव परगंवा का है। बगल के लखौरा गाँव के प्रधान राजेंद्र कुछ अन्य काँवड़ियों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली से गंगा नदी में जल लेने कछला नाम की जगह जा रहे थे। शाम को लगभग 5 बजे जब ये जत्था परगवां गाँव से गुजरा तो वहाँ की ग्राम प्रधान शकीना के ससुर इश्तियाक ने काँवड़ियों का रास्ता रोक दिया। उसने इसे गैर परम्परागत मार्ग बताते हुए काँवड़ियों से आगे नहीं जाने को कहा।

इश्तियाक ने काँवड़ियों पर डीजे बंद करने का दबाव बनाया। जत्थे में चल रहे जेनरेटर को बंद कर दिया। फिर भी जब काँवड़िए आगे बढ़े तो कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। इस दौरान छतों से महिलाओं द्वारा गंदे पानी और पत्थर फेंकने का भी आरोप है। इससे नाराज काँवड़ यात्रियों ने हंगामा कर दिया।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भारी दल बल के साथ मौके पर पहुँची। 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक विवाद का समाधान कर दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बरेली के एडीएम वी के सिंह के मुताबिक गाँव में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और काँवड़ियों की सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।

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