आप नेताओं और घोटालेबाजों पर बड़ी कार्रवाई – मनीष सिसोदिया नहीं छोड़ सकेंगे देश, सीबीआई ने जारी किया लुक आउट नोटिस, कार्रवाई से पहले राष्ट्रपति की ले ली गई थी मंजूरी

नई दिल्ली 21 अगस्त 2022 (नवीन चन्द्र पोखरियाल)
दिल्ली से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई है।शराब घोटाले में एफआईआर के बाद अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 14 लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। ये लोग बिना इजाजत के अब देश नहीं छोड़ सकेंगे। हालाँकि, इसमें ‘ऑनली मच लाउडर’ कंपनी के मालिक विजय नायर का नाम शामिल नहीं है।
आपको बता दें कि शराब घोटाले की एफआईआर में कुल 15 लोगों के नाम हैं, जिनमें मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मनीष सिसोदिया पर कार्रवाई करने से पहले सीबीआई ने राष्ट्रपति से आवश्यक मंजूरी ले ली थी।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, “सिसोदिया के खिलाफ 17 अगस्त को राष्ट्रपति कार्यालय से 17A की मंजूरी मिलने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एक बार प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सिसोदिया सहित सभी नामित 13 व्यक्तियों के खिलाफ एलओसी जारी किए गए थे, ताकि किसी के भी भारत से बाहर जाने की स्थिति में आव्रजन अधिकारियों को सतर्क किया जा सके।”
दरअसल, केंद्रशासित प्रदेशों के किसी विधायक पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 17A के तहत जाँच के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी आवश्यकता होती है। वहीं, आबकारी अधिकारियों की जाँच की अनुमति उप-राज्यपाल देते हैं।
अधिकारी ने यह भी बताया कि 2 मार्च 2016 को पूर्व शराब कारोबारी विजय माल्या देश छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था। इसके बाद से सीबीआई लगभग सभी मामलों में एहतियात के तौर पर आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ लुक आउट जारी करना शुरू कर दिया है।
आपको यह भी बता दें कि मनीष सिसोदिया सहित अन्य लोगों पर दर्ज एफआईआर में पीएमएलए की दो धाराएँ भी जोड़ी गई हैं। इस तरह सीबीआई के अलावा, अगर जरूरत पड़ी तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी इसमें एंट्री हो सकती है और वह मामले की जाँच में शामिल हो सकती है।
उधर मनीष सिसोदिया ने शनिवार (20 अगस्त 2022) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि केंद्र सरकार उनके काम पर ब्रेक लगाने के लिए उन्हें परेशान कर रही है और अगले 2-4 दिन में उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।